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वैश्विक मुद्दों पर पाक संग बातचीत करेंगे सऊदी अरब के विदेश मंत्री - Saudi Arabia foreign minister to visit Pakistan

पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के अनुसार, सऊदी विदेश मंत्री के साथ सऊदी सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल भी होगा. उनका यह दौरा दोनों देशो के बीच हाल में कुछ मुद्दों को लेकर पैदा हुए मतभेद के बीच होने जा रहा है.

सऊदी अरब के विदेश मंत्री
सऊदी अरब के विदेश मंत्री

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Published : Jul 26, 2021, 5:42 PM IST

इस्लामाबाद :सऊदी अरब (Saudi Arabia) के विदेश मंत्री (foreign minister) प्रिंस फैसल बिन फरहान अल सऊद (Faisal bin Farhan Al Saud) द्विपक्षीय और वैश्विक मुद्दों पर पाकिस्तानी नेतृत्व के साथ बातचीत करने के लिए मंगलवार को इस्लामाबाद का दौरा करेंगे. सोमवार को यहां इसकी घोषणा की गई.

पाकिस्तान के विदेश कार्यालय (एफओ) के अनुसार, सऊदी विदेश मंत्री के साथ सऊदी सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल भी होगा. उनका यह दौरा दोनों देशो के बीच हाल में कुछ मुद्दों को लेकर पैदा हुए मतभेद के बीच होने जा रहा है.

अपने पाकिस्तानी समकक्ष शाह महमूद कुरैशी के निमंत्रण पर होने जा रही सऊदी मंत्री की यात्रा प्रधानमंत्री इमरान खान (Prime Minister Imran Khan) की मई में सऊदी अरब की यात्रा के बाद विशेष महत्व रखती है.

एफओ ने कहा, दोनों विदेश मंत्री द्विपक्षीय संबंधों और क्षेत्रीय व अंतरराष्ट्रीय मुद्दों के सभी पहलुओं पर विचार प्रकट करेंगे. सऊदी विदेश मंत्री यात्रा के दौरान अन्य गणमान्य व्यक्तियों से भी मुलाकात करेंगे.

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एफओ ने कहा, इससे दोनों देशों के नेतृत्व के दृष्टिकोण के अनुरूप द्विपक्षीय सहयोग में प्रगति की समीक्षा करने का अवसर मिलेगा.

विदेश कार्यालय ने कहा पाकिस्तान और सऊदी अरब के बीच लंबे समय से पुराने और ऐतिहासिक संबंध हैं, जो समान विश्वास, साझा इतिहास और आपसी समर्थन के लिहाज से प्रगाढ़ हैं. दोनों देशों के संबंध सभी क्षेत्रों में घनिष्ठ सहयोग और क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर आपसी सहयोग पर आधारित हैं.

यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है, जब पाकिस्तान के पड़ोसी देश अफगानिस्तान में अस्थिरता की स्थिति पनप रही है. अगस्त के अंत तक अमेरिका और नाटो सैनिक अफगानिस्तान से वापस जा रहे हैं.

साल 2015 में पाकिस्तान ने सऊदी अरब के समर्थन में यमन में सेना भेजने से इनकार कर दिया था, तब से विभिन्न कारणों से दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंध समय-समय पर तनावपूर्ण रहे हैं. माना जाता है कि पाकिस्तान भी सऊदी अरब और भारत के बीच उभरते संबंधों से खुश नहीं है.

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विदेश मंत्री कुरैशी ने कश्मीर मुद्दे पर ओआईसी के विदेश मंत्रियों की बैठक बुलाने में विफल रहने के लिए सऊदी अरब की आलोचना की थी. हालांकि, मतभेदों को दूर करने और रिश्तों को फिर से पटरी पर लाने की कोशिश की जा रही थी. इस मामले में सफलता तब मिली जब मार्च में मोहम्मद बिन सलमान ने खान से टेलीफोन पर बात की और उन्हें एक यात्रा के लिए आमंत्रित किया.

सऊदी अरब में 20 लाख से अधिक पाकिस्तानी रहते हैं.

सऊदी अरब से 62 पाकिस्तानी कैदियों को एक विशेष उड़ान के माध्यम से वापस लाने के लगभग एक सप्ताह बाद सऊदी विदेश मंत्री की यात्रा होने जा रही है.

स्थानीय मीडिया के अनुसार, प्रधानमंत्री खान के हस्तक्षेप और उनके प्रत्यर्पण के लिए धन की व्यवस्था करने के बाद कैदियों को पाकिस्तान वापस लाया गया.

गृह मंत्री शेख राशिद ने मई में कहा था कि सऊदी अरब से 1,100 पाकिस्तानी कैदियों को पाकिस्तान वापस भेजा जा रहा है.

(भाषा)

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