बीजिंग : चीन में पाकिस्तानी राजदूत मोइन उल हक ने सरकारी ग्लोबल टाइम्स से कहा कि पाकिस्तान, तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी), दाएश (आईएसआईएस), पूर्वी तुर्किस्तान इस्लामिक मूवमेंट (ईटीआईएम) सहित अफगानिस्तान से संचालित अन्य आतंकवादी संगठनों द्वारा उत्पन्न खतरों से अवगत है.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान चीन के साथ खुफिया जानकारी साझा करने के साथ ही आतंकवाद विरोधी सहयोग को प्रगाढ़ बनाएगा. उन्होंने कहा कि हमने मौजूदा तंत्र के जरिए क्षमता निर्माण, खुफिया जानकारी साझा करने और अपने प्रयासों में समन्वय के लिए कार्य करना जारी रखा है. उभरती चुनौतियों और खतरों के मद्देनजर, दोनों देश मौजूदा सहयोग और समन्वय को बढ़ाएंगे और मजबूत बनाएंगे.
पिछले महीने तालिबान द्वारा अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिए जाने के बाद चीन अपनी अफगानिस्तान नीति तैयार करने के लिए पाकिस्तान के साथ करीबी समन्वय कर रहा है. इसके साथ ही चीन ने समूह से कहा है कि वह दो दशक पहले अपने पिछले कार्यकाल की तरह युद्ध से त्रस्त देश को आतंकवादी समूहों के लिए पनाहगाह नहीं बनने दे.