सियोल :उत्तर कोरिया ने शुक्रवार को कहा कि उसने एक नव विकसित विमान भेदी मिसाइल का परीक्षण किया है. हाल में किया गया यह उसका चौथा मिसाइल परीक्षण है.
उत्तर कोरिया ने करीब छह महीने बाद सितंबर में एक बार फिर मिसाइल परीक्षण शुरू किया था. वह दक्षिण कोरिया के साथ कुछ शर्तों पर बातचीत को तैयार है. कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तर कोरिया, दक्षिण कोरिया पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है ताकि वह अमेरिका को आर्थिक प्रतिबंधो में ढील और अन्य रियायतें देने के लिए राजी कर पाए.
उत्तर कोरिया की आधिकारिक 'कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी' (केसीएनए) ने कहा कि विमान-रोधी मिसाइल परीक्षण ''विमान-रोधी मिसाइल प्रणाली के विभिन्न अध्ययन एवं विकास की दिशा में बहुत व्यावहारिक महत्व रखता है.' केसीएनए ने कहा कि परीक्षण का लक्ष्य लॉन्चर, रेडार और युद्ध कमांड वाहन के संचालन की व्यवहारिकता के साथ-साथ मिसाइल की युद्धक क्षमता की पुष्टि करना था.
दक्षिण कोरिया, जापान और अमेरिका आम तौर पर उत्तर कोरियाई मिसाइल के परीक्षण के तुरंत बाद सार्वजनिक रूप से इसकी पुष्टि करते हैं, लेकिन बृहस्पतिवार के परीक्षण के संबंध में ऐसी कोई जानकारी नहीं दी गई. यह दर्शाता है कि यह कोई प्रमुख परीक्षण नहीं था.
सियोल में उत्तर कोरियाई अध्ययन विश्वविद्यालय के प्रोफेसर किम दोंग यूब ने कहा कि बृहस्पतिवार को किया गया परीक्षण दुश्मन की मिसाइलों और विमानों को मार गिराने के लिए डिज़ाइन की गई मिसाइल विकसित करने के परीक्षण का प्रारंभिक चरण प्रतीत होता है.
उन्होंने कहा कि मिसाइल रूस निर्मित एस-400 वायु रक्षा प्रणाली से मिलती-जुलती है, जिसके बारे में उन्होंने कहा कि इसकी अधिकतम सीमा 400 किलोमीटर (250 मील) है और यह कथित तौर पर रडार से बचने वाले 'स्टील्थ जेट्स' को रोकने की क्षमता रखती है.