नई दिल्ली :उत्तर कोरिया ने बरसों बाद लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल दागी (Hwasong 12 ballistic missile fired) और वॉरहेड कैमरे से पृथ्वी की तस्वीरें (Photos of Earth with Warhead Cameras) जारी की हैं. राज्य के स्वामित्व वाली कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (Korean Central News Agency) ने मिसाइल के परीक्षण की पुष्टि की, जिसे जापान के सागर में 800 किलोमीटर दूर लक्षित किया गया था.
केसीएनए ने कहा कि रविवार की फायरिंग पड़ोसी देशों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जापान के सागर के देश के उत्तर-पश्चिमी हिस्से से पानी की ओर उच्चतम कोण प्रक्षेपण प्रणाली द्वारा आयोजित की गई थी. रिपोर्ट में कहा गया है कि ह्वासोंग-12 मिसाइल को तैनात किया जा रहा है, यह कहते हुए कि उत्तर कोरिया ने उत्पादन के तहत हथियार प्रणाली की ऑपरेशन की सटीकता, सुरक्षा और प्रभावशीलता की पुष्टि की है.
सीएनए ने मिसाइल के वॉरहेड पर लगे कैमरे से ली गई अंतरिक्ष से पृथ्वी की तस्वीरें भी साझा कीं. जापान और दक्षिण कोरिया दोनों ने प्रक्षेपणों की निंदा की है. सियोल ने कहा कि मिसाइल जापान सागर में गिरने से पहले 2000 किमी की अधिकतम ऊंचाई तक पहुंच गई थी. क्योडो समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार इस महीने उत्तर कोरिया द्वारा परीक्षण का यह सातवां दौर था. जापानी रक्षा मंत्रालय का अनुमान है कि ह्वासोंग-12 की सीमा लगभग 5000 किमी है, जो पूरे जापानी द्वीप समूह और गुआम के अमेरिकी क्षेत्र को अपनी पहुंच के भीतर लाएगी.
मिसाइल प्रक्षेपणों की श्रृंखला की आलोचना करते हुए जापानी रक्षा मंत्री नोबुओ किशी ने कहा कि यह स्पष्ट है कि उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय समुदाय के खिलाफ उकसावे के चरण को एकतरफा बढ़ाना है. उत्तर कोरिया के मिसाइलों के निरंतर परीक्षण संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के प्रस्तावों का उल्लंघन करते हैं.