बैंकॉक : म्यांमापर में सत्ता से बेदखल की गई नेता आंग सान सू ची पर रियल एस्टेट सौदों में फायदे के लिए अपने पद का दुरुपयोग करने व रिश्वत लेने का आरोप लगा है. सू ची के वकीलों ने पहले ही इन आरोपों को खारिज कर दिया था जब सैन्य सरकार ने पहली बार तीन महीने पहले इन मुद्दों को उठाया था.
सेना ने लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित सरकार का फरवरी में तख्तापलट कर दिया था. सू ची के समर्थकों का कहना है कि सभी आरोप राजनीति से प्रेरित हैं और उनकी छवि को खराब करने तथा सेना के सत्ता छीनने को वैध बनाने की कोशिश है. म्यांमार के लोग इस तख्तापलट को लेकर नाखुश हैं और उन्होंने पिछले आम चुनावों में सू ची की नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी पार्टी को भारी संख्या में वोट दिया था.
किसी भी अपराध में दोषी पाए जाने पर सू ची को अगला चुनाव लड़ने से प्रतिबंधित किया जा सकता है. जुंटा ने दावा किया कि वह अगले साल या दो साल के भीतर नए चुनाव कराएगा लेकिन देश की सेना का चुनाव कराने का वादा करने और फिर ऐसा न करने का लंबा इतिहास रहा है.
फरवरी के तख्तापलट के बाद से ही सू ची ऐसी सूचना फैलाने के आरोपों का सामना कर रही हैं जिससे अशांति पैदा हो सकती थी. वह 2020 के चुनाव प्रचार अभियान के दौरान कोविड-19 महामारी संबंधी पाबंदियों को कथित तौर पर तोड़ने के लिए प्राकृतिक आपदा प्रबंधन कानून के उल्लंघन के आरोपों का भी सामना कर रही हैं. साथ ही उन पर औपनिवेशिक काल के शासकीय गोपनीयता कानून के उल्लंघन का भी आरोप है.