फुजैरा (यूएई) :ब्रिटिश नौसेना ने कहा कि जहाज के बंधक कांड का पटाक्षेप हो गया जिसकी वजह से पश्चिमी एशिया से लगती जल सीमा में तनाव दोबारा बढ़ने का खतरा उत्पन्न हो गया था. ब्रिटिश नौसेना के मेरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस ने इससे पहले रात में एक जहाज के संभावित अपहरण की आशंका जताई थी.
हालांकि मामले का पटाक्षेप हो गया लेकिन इसके साथ ही रहस्य गहरा गया है. यह स्पष्ट नहीं है कि डामर ढोने वाले जहाज को किसने बंधक बनाया था और क्यों. हालांकि इस घटना ने एक बार फिर इलाके में ईरान और अमेरिका के तनाव को उजागर कर दिया जो वर्ष 2015 में तेहरान और विश्व शक्तियों के बीच हुए परमाणु समझौते में उत्पन्न गतिरोध को दूर करने का प्रयास कर रहे हैं.
गत कुछ सालों में फारस की खाड़ी में तनाव बढ़ा है और पिछले सप्ताह ही इजरायली अरबपति से संबंधित तेल टैंकर पर ओमान के तट के नजदीक ड्रोन से हमला किया गया था. जिसमें चालक दल के दो सदस्य मारे गए थे. पश्चिमी देशों ने इसके लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराया था जिसके द्वारा पोत को निशाना बनाए जाने की जानकारी है.
अधिकारियों ने बताया कि देर मंगलवार पनामा के ध्वज वाले डामर ढोने वाले टैंकर एस्फाल्ट प्रिंसेस पर उस समय अहरणकर्ता चढ़ गए जब वह फुजैरा तट के नजदीक था. ओमानी सेना के आधिकारिक संवाद एजेंसी ने बताया कि उसे सूचना मिली थी कि एस्फाल्ट प्रिंसेस का अपहरण कर किया गया है.
जिसके बाद रॉयल एयरफोर्स के समुद्री गश्ती विमान और नौसेना के पोत को अंतरराष्ट्रीय जन सीमा की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भेजा गया. मरीन ट्रैफिक डॉट कॉम के अनुसार घटना के वक्त मंगलवार को फुजैरा तट पर छह तेल टैंकरों ने स्वत: पहचान प्रणाली से घोषणा की थी कि वे पोत पर से कमान खो चुके हैं.