बिश्केक: पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि उनका मुल्क 'समानता के आधार' और 'गरिमापूर्ण तरीके' से भारत के साथ वार्ता चाहता है.
पाकिस्तान ने कहा है कि अब नई दिल्ली को यह तय करना है कि वह इस्लामाबाद के साथ मुद्दों को सुलझाना चाहती है या नहीं.
कुरैशी ने यहां 19वें शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन के मौके पर शुक्रवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और उनके भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी के बीच हुए अभिवादन के आदान-प्रदान की पुष्टि करते हुए यह बात कही.
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कुरैशी ने किर्गिस्तान की राजधानी में जियो न्यूज से कहा, 'हां, मुलाकात हुई, दोनों ने एक-दूसरे से हाथ मिलाया.'
हालांकि उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि भारत सरकार अभी तक अपनी 'चुनावी मानसिकता' से बाहर नहीं निकल पाई है.
कुरैशी ने कहा, 'हमें जो कहना था, हमने कहा. भारत सरकार अपनी चुनावी मानसिकता से बाहर नहीं आई है. अपने क्षेत्र में उन्होंने जो वोटबैंक के लिए चरम स्थिति बनाई थी, वे उससे बाहर नहीं आए हैं.'
उन्होंने कहा, 'भारत को फैसला करना है. हम न तो जल्दबाजी में हैं, न ही परेशान हैं. जब भारत खुद को बातचीत के लिए तैयार कर लेगा, वह देखेगा कि हम पहले से तैयार हैं. लेकिन हम समानता के आधार पर, गरिमापूर्ण तरीके से बातचीत करेंगे.'
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कुरैशी ने कहा, 'हमें (पाकिस्तान) न तो किसी के पीछे भागने की जरूरत है, न ही जिद दिखाने की. पाकिस्तान का दृष्टिकोण यथार्थवादी और सुविचारित है.'
पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) ने फरवरी में पुलवामा आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली थी, जिसके बाद से नई दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच तनाव बढ़ गया था. हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 40 जवान मारे गए थे.
खान और कुरैशी ने मोदी को पत्र लिखकर वार्ता फिर से शुरू करने की इच्छा जताई है.