पेशावर :बलूचिस्तान के माच इलाके में रविवार को अज्ञात बंदूकधारियों ने कोयला खदान में काम करने वाले 11 लोगों की हत्या कर दी थी. पाकिस्तान में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने घटना की निंदा की और प्रधानमंत्री इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग की. कोयला खदान श्रमिकों की सुरक्षा को लेकर प्रभावी कदम उठाने को कहा.
अवामी नेशनल पार्टी (एएनपी) के अध्यक्ष असफंदरयार वली खान, क्यूडब्ल्यूपी के अध्यक्ष आफताब अहमद खान शेरपाओ ने इमरान खान की अगुवाई वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पर निशाना साधा. घटना की निंदा करते हुए पीड़ितों के परिवारों को मुआवजा देने की मांग की.
सरकार का कार्ययोजना पर उठाए सवाल
पाकिस्तान के प्रमुख अखबार डॉन ने एएनपी अध्यक्ष के उस बयान का जिक्र किया जिसमें उन्होंने कहा है कि 'आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता क्योंकि वे मानवता के दुश्मन हैं.' उन्होंने कहा कि 'अगर सरकार ने राष्ट्रीय कार्य योजना लागू की होती, तो आतंकवाद के ऐसे कार्यों को नियंत्रित किया जा सकता था.'
अवामी नेशनल पार्टी (एएनपी) के अध्यक्ष असफंदरयार वली खान ने कहा कि उनकी पार्टी ने सरकार को देश में आतंकवादियों को फिर से संगठित होने के बारे में चेतावनी दी थी. लेकिन वह शांति व्यवस्था के लिए कदम उठाने के लिए परेशान थे.
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क्यूडब्ल्यूपी के अध्यक्ष आफताब अहमद खान शेरपाओ ने कहा कि सरकार ने विपक्षी नेताओं के उत्पीड़न पर अपना ध्यान केंद्रित किया और अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए कम परेशान दिखी. पीटीआई सरकार अपने वादों को निभाने में विफल रही.
अपहरण के बाद की गई थी हत्या
रविवार को पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के माच कस्बे में 11 कोयला खनिकों का अपहरण करने के बाद हत्या कर दी गई थी. मारे गए सभी खनिक अल्पसंख्यक हजारा शिया समुदाय के थे. घटना का वीडियो भी वायरल हुआ है जिसमें कई खनिक दिखाई दे रहे हैं, जिनके हाथ बंधे हुए हैं और वह खून से लथपथ हैं. रिपोर्ट के अनुसार, उन्हें या तो गोली मार दी गई थी या पास के पहाड़ों पर ले जाने के बाद उनका गला काट दिया गया था.