नई दिल्ली: चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान (Zhao Lijian) ने कहा है कि हमारी सीमा पर तैनात सैनिक चीन-भारत के सीमा क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
झाओ ने कहा कि चीन ने भारत से अनुरोध किया है कि वह चीन से मुलाकात करे और किसी भी एकपक्षीय कार्रवाई से परहेज करे जो सीमा पर तनाव की स्थिति को बढ़ा सकती है.
चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखने के लिए व्यावहारिक कदम उठाए जाने चाहिए.
इससे पहले भारतीय सेना ने सोमवार को कहा कि उत्तरी सिक्किम के नाकू ला इलाके में 20 जनवरी को भारत और चीन के सैनिकों के बीच 'मामूली तनातनी' हो गई थी जिसे निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत स्थानीय कमांडरों द्वारा सुलझा लिया गया.
भारतीय सेना ने संक्षिप्त बयान में कहा, 'यह स्पष्ट किया जाता है कि उत्तरी सिक्किम के नाकू ला में 20 जनवरी को 'मामूली तनातनी' हुई थी जिसे निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत स्थानीय कमांडरों ने सुलझा लिया. मीडिया से अनुरोध है कि इसे तूल देने या बढ़ा-चढ़ाकर पेश करने से बचे जो तथ्यात्मक रूप से गलत है.'
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घटना की जानकारी रखने वालों ने बताया कि चीन के सैनिकों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पार कर भारतीय इलाके में घुसपैठ करने की कोशिश की लेकिन भारतीय सेना के जवानों ने उन्हें रोक दिया. उनका कहना है कि दोनों देशों के सैनिकों के बीच झगड़ा भी हुआ था.
उल्लेखनीय है कि नाकू ला वही स्थान है जहां पिछले साल नौ मई को भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच झड़प हुई थी. इसके बाद पूर्वी लद्दाख के पेंगोंग लेक इलाके में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी और तब से अब तक करीब नौ महीने से वहां सैन्य गतिरोध जारी है.