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कोरोनावायरस : मृतकों की संख्या छह हुई, भारत में भी चीनी यात्रियों की जांच का आदेश

कोरोनावायरस चीन समेत दुनिया के कई देशों में अपना प्रकोप फैला रहा है. इसे देखते हुए अलर्ट जारी किया गया है. इससे सामान्य सर्दी से लेकर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम जैसी बीमारियां हो रही हैं. वहीं कोरोनावायरस संक्रमित जानवर से भी मनुष्यों में फैल सकता है. पढ़ें पूरी खबर...

China warns virus as death toll rises
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Published : Jan 22, 2020, 9:43 AM IST

Updated : Feb 17, 2020, 11:09 PM IST

बीजिंग : चीन में सार्स जैसे नए विषाणु से कम से कम छह लोगों की मौत के मामले अब तक सामने आ चुके हैं और शीर्ष नेताओं ने अधिकारियों को चेतावनी दी है कि वह ऐसे मामलों को दबाने की कोशिश न करें, वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) इस खतरनाक बीमारी से लड़ाई के लिए इसे अंतरराष्ट्रीय जन स्वास्थ्य आपदा घोषित करने पर विचार कर रहा है. भारत में भी सात हवाई अड्डों पर चीन से आने वाले यात्रियों की जांच के लिए व्यवस्था की गई है.

बीमारी पर काबू करने की कोशिश कर रही सरकार
सरकार द्वारा इस बीमारी पर काबू पाने की कोशिशों के बीच इससे प्रभावित लोगों की संख्या बढ़कर करीब 300 हो गई है. सरकार एक करोड़ 20 लाख की आबादी वाले वुहान शहर से लोगों की आवाजाही पर नजर रख रही है, जहां सार्स जैसे विषाणु का पहला मामला दिसंबर में सामने आया था.

डब्ल्यूएचओ ने की आपातकालीन बैठक
खबरों के मुताबिक, इस बीमारी को लेकर डब्ल्यूएचओ ने बुधवार को आपातकालीन बैठक की, जिसमें इसे अंतरराष्ट्रीय लोक स्वास्थ्य आपदा घोषित करने पर विचार होगा- जैसा कि उसने स्वाइन फ्लू और इबोला के समय किया था.

चीनियों के विदेश यात्रा से बढ़ सकता है कोरोनावायरस का खतरा
अगर ऐसी घोषणा की जाती है तो इसे लेकर अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया में समन्वय का तत्काल आह्वान किया जाएगा क्योंकि 24 जनवरी से शुरू हो रहे चीनी नव वर्ष और वसंत उत्सव की छुट्टियों के दौरान लाखों चीनी स्वदेश या अपने देश से दूसरे देश की यात्रा करेंगे. इन लोगों की यात्रा से बीमारी के प्रसार का जोखिम कई गुना बढ़ जाएगा.

भारत के हवाईअड्डों पर होगी चीनी यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग
भारत इस मामले में पहले ही यात्रा परामर्श जारी कर चुका है. इसे लेकर जारी चिंता के बीच भारत समेत दुनियाभर के हवाईअड्डों पर चीन से आने वाले यात्रियों की जांच के लिए इंतजाम किए जा रहे हैं. भारत में भी सात हवाई अड्डों पर चीन से आने वाले यात्रियों की जांच के लिए व्यवस्था की गई है.

एक आधिकारिक बयान के मुताबिक दिल्ली, मुंबई और कोलकाता समेत सात हवाईअड्डों पर थर्मल स्क्रीनिंग के जरिए यात्रियों की जांच हो रही है.

बुखार या सर्दी के लक्षण से ग्रस्त यात्रियों की खास जांच
बयान में कहा गया कि हांगकांग समेत चीन के किसी भी हवाईअड्डे से देश में आने वाली उड़ानों के अंदर यह घोषणा करने को कहा गया है कि बुखार या सर्दी के लक्षण से ग्रस्त कोई यात्री, और ऐसा कोई यात्री जो बीते 14 दिनों के अंदर वुहान की यात्रा पर गया हो वह भारतीय हवाईअड्डों पर पहुंचने के फौरन बाद इस बाबत वहां मौजूद अधिकारियों को जानकारी दे, जिससे उसकी जांच की जा सके.

देश की यात्रा के दौरान ऐहतियात बरते यात्री
यह चीन के हुबेई प्रांत के वुहान में नए कोरोनावायरस को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी यात्रा परामर्श के साथ ही है, जिसमें नागरिकों से कहा गया था कि वह उस देश की यात्रा के दौरान कुछ ऐहतियाती उपाय अपनाएं.

यात्रियों की जांच की सुविधा दिल्ली, मुंबई और कोलकाता के अलावा चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद और कोचीन में भी उपलब्ध होगी.

क्या है कोरोनावायरस
दरअसल कोरोनावायरस (सीओवी) विषाणुओं के बृहत परिवार का सदस्य है, जिसकी वजह से सामान्य सर्दी से लेकर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम जैसी बीमारियां हो रही हैं, लेकिन अब तक चीन में छह लोगों की जान ले चुका यह विषाणु कुछ अलग तरह का है जिसे पहले नहीं देखा गया था.

डब्ल्यूएचओ का कहना है...
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा कि नए सीओवी की प्रजाति के लक्षण दिसंबर में वुहान में दिखने शुरू हुए थे और अबतक 300 से ज्यादा लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं. इससे ग्रस्त लोगों में सांस से जुड़ी समस्याएं, बुखार, खांसी आदि हैं.

गंभीर मामलों में हो सकती है मौत
ज्यादा गंभीर मामलों में संक्रमण की वजह से निमोनिया, सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम, गुर्दे खराब होना और मौत तक हो सकती है.

ये बीमारियां भी हो सकती हैं
डब्ल्यूएचओ के मुताबिक सीओवी विषाणुओं के ज्यादा बड़ी प्रजाति है, जिसकी वजह से सामान्य सर्दी से लेकर मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (एमईआरएस-सीओवी) और सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (एसएआरएस-सीओवी) जैसी गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं.

क्या कहते हैं विशेषज्ञ
मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के निदेशक जी अरुण कुमार ने बताया, 'शुरुआती तौर पर उपलब्ध आंकड़ों से संकेत मिलता है कि नए कोरोनावायरस-2019 (2019-एनसीओवी) एसएआरएस-सीओवी और एमईआरएस-सीओवी के मुकाबले कम मौतों का कारक है. इस बीमारी के लक्षण नजर नहीं आने से लेकर गंभीर प्रकृति तक के हो सकते हैं.'

दुनिया के कई देशों में अलर्ट जारी
इंसानों से इंसानों में इस विषाणु के प्रसार की पुष्टि के बाद दुनियाभर में इसे लेकर दुनिया के कई देशों में अलर्ट जारी किया गया है. थाईलैंड, जापान और दक्षिण कोरिया में इसके मामले सामने आए हैं.

संक्रमित जानवर से भी फैल सकता है कोरोनावायरस
डब्ल्यूएचओ के मुताबिक कोरोनावायरस संक्रमित जानवर से भी मनुष्यों में फैल सकता है.

डब्ल्यूएचओ ने जारी किए ये दिशा-निर्देश
डब्ल्यूएचओ ने इससे निपटने को देशों के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं. इनमें बीमारों की देखभाल और रोगियों के उपचार से जुड़े दिशा-निर्देश शामिल हैं.

Last Updated : Feb 17, 2020, 11:09 PM IST

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