बीजिंग :अमेरिका समर्थित अफगान सरकार गिरने और राष्ट्रपति अशरफ गनी के देश छोड़कर जाने के बाद तालिबान ने रविवार को काबुल पर कब्जा जमा लिया. जिससे युद्धग्रस्त इस देश को बदलने का प्रयास कर रहे अमेरिका और उसके सहयोगियों के दो दशक के अभियान का अचानक अंत हो गया.
अब चीन ने अमेरिका से शिनझियांग के उइगर अलगाववादी समूह ईस्ट तुर्किस्तान इस्लामिक मूवमेंट (ईटीआईएम) पर फिर से प्रतिबंध लगाने का आह्वान किया है. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने चीनी विदेश मंत्री वांग यी के साथ फोन पर बातचीत की.
इस दौरान दोनों नेताओं ने तालिबान द्वारा अचानक सत्ता पर कब्जा जमाने के बाद अफगानिस्तान में उभरती स्थिति पर चर्चा की. चीनी विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि फोन पर बातचीत के दौरान ब्लिंकन ने अफगान मुद्दे पर दोहा बैठक में चीन की भागीदारी की सराहना की.
सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ की खबर के अनुसार शीर्ष अमेरिकी राजनयिक ने कहा कि तालिबान को चरमपंथ से मुक्त होने की घोषणा करनी चाहिए, सत्ता के व्यवस्थित हस्तांतरण का विकल्प चुनना चाहिए और एक समावेशी सरकार की स्थापना करनी चाहिए.