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अफ्रीका के साहिल में आतंकवाद पैर जमा रहा है: संयुक्त राष्ट्र महासचिव

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कहा कि अफ्रीका में आतंकवाद अपने पांव फैला रहा है और इससे विशेष रुप से बुर्कीना फासो और माली में जातीय हिंसा तनाव बढ़ रहा है और क्षेत्र अस्थिर हो रहा है. उन्होंने कहा कि अफ्रीका के साहिल में आतंकवाद अपनी जड़ें जमा रहा है जिसके परिणामस्वरुप क्षेत्र में हिंसा बढ़ गयी है. जानें विस्तार से क्या कुछ कहा...

संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंतोनियो गुतारेस (फाइल फोटो)

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Published : Nov 15, 2019, 9:50 AM IST

न्यूयार्क : संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कहा है कि अफ्रीका के साहिल में आतंकवाद अपनी जड़ें जमा रहा है जिसके परिणामस्वरुप क्षेत्र में हिंसा बढ़ गयी है.

दरअसल संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में बुधवार को पेश की गई रिपोर्ट में गुतारेस ने कहा कि अफ्रीका में आतंकवाद अपने पांव फैला रहा है और इससे विशेष रुप से बुर्कीना फासो और माली में जातीय हिंसा तनाव बढ़ रहा है और क्षेत्र अस्थिर हो रहा है.

गुतारेस ने कहा कि बुर्कीना फासो, माली, नाइजर, चाड, मॉरिटानिया और अफ्रीकी महाद्वीप के अन्य क्षेत्रों द्वारा स्थापित जी-5 साहिल बल को साहिल में आतंकवाद से मुकाबला करने के लिए अतिरिक्त समर्थन की आवश्यकता होगा.

उन्होंने कहा, 'आतंकवाद एक अंतरराष्ट्रीय मुद्दा है और साहिल में बढ़ रहे आतंकवाद, मानव तस्करी, असलहा तस्करी, सीमा-पार की समस्याओं से निपटने में स‍भी अंतरराष्ट्रीय समुदायों को अपना योगदान देना होगा.'

महासचिव ने कहा कि साहिल में इन समस्याओं का कारण गरीबी, कमजोर सरकार और उचित न्याय व्यवस्था का अभाव है. साथ ही, जलवायु परिवर्तन और प्राकृतिक संसाधनों का अभाव भी स्थिति को बदतर कर दे रहे हैं.

उन्होंने कहा कि बढ़ती हिंसा ने लोगों का जीवन प्रभावित कर दिया है. इस वर्ष जनवरी से ही 1500 से अधिक लोग आंतरिक तौर इन पांच देशों में ही विस्थापित हो गए हैं. यह आंकड़ा पिछले वर्ष से दुगुना है. बुर्कीना फासो में इस वर्ष 4,86,000 लोग विस्थापित हुए जबकि पिछले वर्ष यह संख्या 80,000 थी.

इसे भी पढ़ें- जलवायु परिवर्तन का सर्वाधिक खतरा भारत, बांग्लादेश, चीन, जापान पर : UN महासचिव

गुतारेस की रिपोर्ट जी-5 साहिल बल पर केंद्रित थी जिसके अनुसार बल को उचित प्रशिक्षण और अच्छी क्षमता वाले उपकरणों की कमी का सामना करना पड़ रहा है.

गुतारेस के अनुसार पश्चिम अफ्रीकी क्षेत्रीय समूह इकोवास के नेताओं ने सितंबर में हुए एक शिखर सम्मेलन में आतंकवाद से लड़ने के लिए 10 करोड़ अमेरिकी डॉलर की सहायता करने की प्रतिज्ञा ली थी. उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा सेना को आर्थिक मदद देने के प्रावधान को फिर से दोहराया. इस प्रावधान को अमेरिका और अन्य देशों ने अब तक बाधित कर रखा है.

कार्यवाहक अमेरिकी राजदूत जोनाथन कोहेन ने मई में कहा था कि ट्रम्प सरकार जी-5 बल को द्विपक्षीय सहायता देने का समर्थन करता है.

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