ओटावा : कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की लिबरल पार्टी को आम चुनाव के कड़े मुकाबले में करीबी जीत मिली है और वह अल्पमत सरकार के तौर पर सत्ता में बने रहेंगे. सोमवार को हुए संसदीय चुनाव के बाद मीडिया को यह जानकारी दी गई है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मांट्रियल में पार्टी मुख्यालय पर पार्टी नेताओं और समर्थकों के साथ खुशी मनाते हुए ट्रूडो ने मंगलवार को कहा कि वह इस देश को और इसकी जनता को हमेशा प्राथमिकता पर रखेंगे.
उन्होंने कहा, 'पूरे कनाडा में आज रात देशवासियों ने विभाजनकारियों और नकारात्मकता को खारिज कर दिया है. उन्होंने विकासवादी एजेंडा तथा जलवायु परिवर्तन पर कठोर कार्रवाई के पक्ष में वोट दिया.'
कनाडा आम चुनाव में किसकी बनेगी सरकार, देखें. ट्रूडो ने कहा, 'हम जीवन को और सुगम बना देंगे और जलवायु परिवर्तन के खिलाफ जंग जारी रखेंगे. हम अपनी सड़कों से बंदूकें हटा देंगे.' उन्होंने कहा, 'हम सभी के लिए समृद्धि चाहते हैं.'
लिबरल पार्टी को बहुमत से 14 सीटें कम, यानी 156 सीटें मिली हैं. उनकी विरोधी पार्टी मध्य-दक्षिणी कंजर्वेटिव को 122 सीटों पर जीत मिली है. कंजर्वेटिव को पिछली बार 95 सीटें मिली थीं.
कनाडा के पूर्वी प्रांतों में शुरुआती हार मिलने के बाद लिबरल नेताओं ने अटलांटिक कनाडा, क्वेबेक और ओंटेरियो में जीत दर्ज की, जिसके बाद उनका लगातार दूसरे कार्यकाल तय माना जा रहा है. पार्टी ने 2015 में बहुमत (184 सीटें) हासिल की थी.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रूडो को करीबी जीत पर बधाई दी और कहा कि वे उम्मीद करते हैं कि दोनों देशों की भलाई के लिए आगे भी मिलजुल कर काम करेंगे.
इस बार हुए आम चुनावों में भारतीय मूल के कनाडाई नागरिक जगमीत सिंह के नेतृत्व वाली न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (एनडीपी) 'किंगमेकर' की भूमिका में उभरी है क्योंकि प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की लिबरल पार्टी को रोमांचक चुनावी मुकाबले में बहुमत नहीं मिला है. हालांकि, सबसे अधिक सीटें जीतने के साथ ही वह सत्ता के दावेदार बने हुए हैं.
पढ़ें : कनाडा में संसदीय चुनाव शुरू, पीएम ट्रूडो की सत्ता खतरे में
ट्रूडो को 338 सदस्यीय हाउस ऑफ कॉमन्स में लिबरल पार्टी के नेतृत्व वाली अल्पमत सरकार बनाने के लिए 170 के ‘जादुई आंकड़े’ पर पहुंचने के लिए वामपंथी झुकाव वाली विपक्षी पार्टियों से कम से कम 13 सांसदों के समर्थन की जरूरत पड़ेगी.
एक समाचार पत्र ने कहा, 'न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी संसद में किंगमेकर की भूमिका निभाने के लिए तैयार है. जगमीत सिंह पहले के अपने रुख से पलटते हुए चुनाव में अपना अस्तित्व बचाने में कामयाब रहे. हालांकि, 2015 के मुकाबले इस बार वे केवल 50 फीसदी सीटें ही बचा पाए.'
पढ़ें :कनाडा संसदीय चुनाव : पीएम जस्टिन ट्रूडो की दोबारा सरकार बनाने की उम्मीदें प्रबल
सीटों की संख्या में गिरावट के बावजूद सिंह ने मंगलवार को अपने भाषण में कहा कि उनकी पार्टी 'कनाडाई लोगों की प्राथमिकताओं' पर काम करने के लिए अब 'कड़ी मेहनत' करेगी. कनाडियन ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन की खबर के मुताबिक, खुद प्रधानमंत्री पद के दावेदार रहे सिंह ने कहा कि वह चाहते हैं कि एनडीपी नयी संसद में 'रचनात्मक' भूमिका निभाए.
कनाडा में संघीय राजनीतिक दल के पहले अश्वेत नेता ने 47 वर्षीय ट्रूडो की जीत पर उन्हें बधाई दी और कहा कि उन्होंने उनसे बात की है. ग्रीन पार्टी ने पहले ही विपक्ष में बैठने के संकेत दिए हैं. वहीं, ब्लॉक क्यूबेकोइस नेता येव्स फ्रांकोइस ब्लैंचेट ने भी सरकार में शामिल होने की अनिच्छा जतायी है. ऐसे में सभी की निगाहें एनडीपी पर टिकी हैं.