ओटावा : कनाडा में हुए संसदीय चुनाव के परिणाम आने लगे हैं. प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के दोबारा से सत्ता में आने की संभावना दिख रही है. चुनाव में लिबरल और कंजर्वेटिव दो प्रमुख पार्टियां हैं. ट्रूडो लिबरल पार्टी का प्रतिनिधित्व करते हैं.
कनाडा के प्रसारणकर्ताओं - टीवीए, सीटीवी और सीबीसी ने यह अनुमान जताया है. इन प्रसारणकर्ताओं ने घोषणा की कि ‘लिबरल पार्टी ऑफ कनाडा’ अल्पमत की सरकार बनाएगी, क्योंकि पार्टी 338 चुनावी जिलों में 145 में विजयी रही है या आगे चल रही है, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी एंड्रयू शीर और उनकी कन्जर्वेटिव पार्टी 107 सीटों पर जीती है या आगे चल रही है.
अपने पहले कार्यकाल के चार वर्षों में ट्रूडो कनाडाई राजनीति में छाये रहे, लेकिन 40 दिवसीय चुनाव प्रचार मुहिम में उन्हें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. इस बार की चुनाव प्रचार मुहिम को कनाडा के इतिहास की सबसे निचले दर्जे की मुहिम बताया जा रहा है.
47 वर्षीय ट्रूडो ने अपने उदारवादी पिता एवं दिवंगत प्रधानमंत्री पियर ट्रूडो की अपार लोकप्रियता को आगे बढ़ाते हुए 2015 का चुनाव जीता था, लेकिन घोटाले और लोगों की भारी उम्मीदों ने उनकी जीत की संभावनाओं को नुकसान पहुंचाया है.
पिछले 84 वर्षों में ऐसा कभी नहीं हुआ है कि पूर्ण बहुमत के साथ पहली बार कनाडा का प्रधानमंत्री बना कोई व्यक्ति अगले चुनाव में हार गया हो.