वॉशिंगटन : अमेरिका स्थित भारतीय दूतावास ने कहा कि कोरोना महामारी के चलते छात्र वीजा में किए जा रहे संशोधनों के मामले में दूतावास अमेरिकी आव्रजन अधिकारियों से बात करेगा. इस नए संशोधनों से अमेरिका में पढ़ रहे हजारों भारतीय छात्र प्रभावित होंगे.
भारतीय दूतावास ने कहा कि ये नए संशोधन ऐसे समय में हुए हैं, जब अमेरिका के कई विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में नए शैक्षणिक वर्ष के लिए अपनी योजनाओं की घोषणा नहीं की है. इस मामले को संबंधित अमेरिकी अधिकारियों के समक्ष उठाया है. हाल ही में आयोजित भारत-यूएस विदेश कार्यालय परामर्श में विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने इस मामले को अमेरिकी राजनीतिक मामलों के राज्य सचिव डेविड हेल के सामने रखा है.
भारतीय दूतावास का मानना है कि उच्च शिक्षा में भागीदारी भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच मजबूत संबंधों के लिए महत्वपूर्ण है. पिछले दो दशकों में, अमेरिकी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में पढ़ रहे भारतीय छात्रों ने दोनों देशों के बीच प्रौद्योगिकी और नवाचार क्षेत्रों में मजबूत साझेदारी की है.
दूतावास ने उम्मीद जताई है कि अमेरिकी अधिकारी भारतीय छात्रों के लिए कोरोना महामारी की असाधारण परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए अपने वीजा नियम में बदलाव करेंगे.
उच्च शिक्षा में भागीदारी को आगे बढ़ाने के लिए दूतावास अमेरिकी प्रशासन के अधिकारियों, नेताओं, विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के साथ-साथ अमेरिका में भारतीय छात्र समुदाय के साथ इस मामले पर चर्चा करेगा.
बता दें कि आव्रजन एवं सीमा शुल्क प्रवर्तन (आईसीई) ने सोमवार को घोषणा की थी कि साल 2020 में पड़ने वाले सेमेस्टर में पूरी तरह से ऑनलाइन चलने वाले स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र पूर्ण ऑनलाइन पाठ्यक्रम का लाभ लेकर अमेरिका में नहीं रह सकते हैं.