न्यूयॉर्क : शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन में दावा किया है कि 1918-19 में स्पेनिश फ्लू की महामारी के दौरान जिन शहरों ने पहले ही लॉकडाउन जैसे एहतियाती कदम उठाए थे, वहां पर इस बीमारी से मृत्यु दर कम रही.
अमेरिका स्थित लॉयोला विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक ई पैम्बुसियन सहित वैज्ञानिकों के एक दल ने इस नतीजे पर पहुंचने के लिए स्पेनिश फ्लू पर पहले हुए तीन शोधपत्रों की समीक्षा की. उल्लेखनीय है कि स्पेनिश फ्लू की महामारी से दुनिया की करीब एक तिहाई आबादी प्रभावित हुई थी और पांच करोड़ लोगों की मौत हुई थी.
शोधकर्ताओं ने कहा कि स्कूलों को बंद करना, भीड़ एकत्र होने से रोकना, अनिवार्य रूप से मास्क पहनना, मरीजों को पृथक रखना और विसंक्रमण एवं साफ सफाई जैसे उपाय विभिन्न शहरों में बीमारी को नियंत्रित करने में प्रभावी साबित हुए.
अमेरिकन सोसाइटी ऑफ साइटोपैथोलॉजी के जर्नल में प्रकाशित समीक्षा शोध के मुताबिक अमेरिकी शहर सैन फ्रांसिस्को, सेंट लुइस, मिलवाकी और कंसास में संयुक्त रूप से मृत्यु दर में 30 से 50 प्रतिशत कमी उन शहरों के मुकाबले आई जहां पर कम या बाद में बंदी जैसे एहतियाति कदम उठाए गए.
एक अध्ययन में वैज्ञानिकों ने पाया कि इन शहरों में मृत्यु दर देर से चरम पर पहुंचा जो एहतियाती उपायों और मृत्यु दर में कमी के अंतरसंबंध को रेखांकित करता है.