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Published : Feb 14, 2022, 4:59 AM IST

Updated : Feb 14, 2022, 6:50 PM IST

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पंजाब चुनाव 2022 : जालंधर में बोले पीएम, मंदिर में प्रशासन ने नहीं दी सुरक्षा, कांग्रेस पर बरसे

पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 के लिए जालंधर में पीएम मोदी जनसभा को संबोधित किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जालंधर में चुनावी रैली में कहा, अगर भाजपा नीत गठबंधन सत्ता में आया तो पंजाब में विकास का नया अध्याय शुरू होगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की नीतियों ने पंजाब में उद्योगों को बर्बाद कर दिया, रोजगारों को प्रभावित किया. किसानों ने पीएम की रैली का बहिष्कार किया.

जालंधर में पीएम मोदी की रैली
जालंधर में पीएम मोदी की रैली

चंडीगढ़:पंजाब विधान सभा चुनाव 2022 (Punjab Assembly Election 2022) के लिए 20 फरवरी को मतदान होना है. पीएम मोदी ने जालंधर में रैली (PM Modis rally in Jalandhar) को संबोधित किया. उन्होंने सोमवार को कहा कि पंजाब में अगली सरकार भारतीय जनता पार्टी नीत गठबंधन की बनेगी और राज्य में विकास का एक नया अध्याय शुरू होगा. उन्होंने पंजाब की कांग्रेस सरकार पर भी निशाना साधा और कहा कि वह यहां देवी तालाब मंदिर में पूजा करना चाहते थे लेकिन पुलिस व प्रशासन इसके लिए व्यवस्था नहीं कर सका.

बता दें, पीएम का लगातार तीन दिनों तक जालंधर, पठानकोट और अबोहर में रैली का कार्यक्रम है. जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी की पंजाब में चुनावी रैलियों के जरिए मालवा, दोआबा और माझा के तीनों इलाके कवर होंगे.

जालंधर में बोले पीएम

उन्होंने कहा कि मेरी इच्छा जालंधर के देवी तालाब मंदिर में पूजा करने की थी, लेकिन पुलिस व प्रशासन ने कहा कि वे व्यवस्था नहीं कर पाएंगे. पंजाब में कांग्रेस पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने सवाल किया, जो आपस में ही लड़ रहे हैं, क्या वे स्थिर सरकार दे सकते हैं ? पीएम मोदी की रैली में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी शिरकत की.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'पंजाब में राजग गठबंधन सरकार बनाएगा. पंजाब में विकास का एक नया अध्याय शुरू होगा. मैं लोगों, खासकर युवाओं को आश्वस्त करना चाहता हूं कि उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे.'

मोदी 20 फरवरी को पंजाब में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पहली बार राज्य में लोगों को प्रत्यक्ष संबोधित कर रहे थे. इससे पहले पांच जनवरी को फिरोजपुर में प्रदर्शनकारियों द्वारा यातायात अवरूद्ध किए जाने के कारण उनका काफिला एक फ्लाईओवर पर फंस गया था और प्रधानमंत्री को वापस लौटना पड़ा था. उस दिन उनका एक रैली को संबोधित करने का भी कार्यक्रम था. पीएम मोदी ने आठ फरवरी को डिजिटल तरीके से एक रैली को संबोधित किया था.

पीएम मोदी ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए दावा किया कि उसकी नीतियों ने पंजाब में उद्योगों को नष्ट कर दिया और रोजगार को प्रभावित किया है. उन्होंने पार्टी पर कटाक्ष करते हुए सभा में मौजूद लोगों से सवाल किया कि जो लोग आपस में लड़ रहे हैं, क्या वे स्थिर सरकार दे सकते हैं. भाजपा 117 सदस्यीय पंजाब विधानसभा के लिए अमरिंदर सिंह नीत पंजाब लोक कांग्रेस और सुखदेव सिंह ढींडसा की शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ रही है. जालंधर की रैली में ढींडसा और सिंह भी मौजूद थे.

पीएम की रैली से पहले कांग्रेस का सुझाव
पीएम की रैली के बहिष्कार और प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर आशंकाओं के संबंध में कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने शुक्रवार को कहा था कि पीएम को हेलीकॉप्टर या विमान से पंजाब का दौरा करना चाहिए, क्योंकि अगर वह राज्य में सड़क मार्ग से यात्रा करने का विकल्प चुनते हैं तो उन्हें समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. कांग्रेस नेता ने कहा कि राज्य के लोग यह नहीं भूले हैं कि उन्होंने एक साल से अधिक समय सड़कों पर बिताया.

'एक साल तक पंजाबी को सड़क पर खड़ा रखा'
बिट्टू ने कहा, उनका स्वागत है. हमने लोगों से कहा है कि प्रधानमंत्री की बात सुनें. उन्हें हवाई मार्ग से आना चाहिए. उन्हें अभी भी सड़क मार्ग से समस्या हो सकती है, क्योंकि उन्होंने एक साल से अधिक समय से हर पंजाबी को सड़क पर रखा है. वे कैसे भूलेंगे? विरोध के दौरान 700 से अधिक किसानों की मौत हो गई.

फ्लाईओवर पर 15-20 मिनट तक फंसे रहे PM मोदी
बता दें, पिछले महीने पीएम मोदी के पंजाब के फिरोजपुर जाते समय कुछ प्रदर्शनकारियों ने सड़क जाम कर दिया था. इसके चलते प्रधानमंत्री एक फ्लाईओवर पर 15-20 मिनट तक फंसे रहे. गृह मंत्रालय ने सुरक्षा चूक की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस इंदु मल्होत्रा ​​की अध्यक्षता में 12 जनवरी को समिति गठित की और इसे पीएम की सुरक्षा में बड़ी चूक करार दिया.

पढ़ें: Punjab Assembly Elections: पीएम मोदी के पंजाब दौरे का किसान करेंगे विरोध

सुरक्षा चूक पर केंद्र और पंजाब सरकार की अलग-अलग जांच
सुरक्षा चूक के बाद केंद्र और पंजाब सरकार ने अलग-अलग जांच शुरू की. पंजाब ने रिटायर्ड जस्टिस मेहताब सिंह गिल और गृह सचिव अनुराग वर्मा की कमेटी बनाई, जबकि केंद्र ने इंटेलिजेंस ब्यूरो और एसपीजी अधिकारियों के साथ सुरक्षा सचिव की अध्यक्षता में जांच समिति भी बनाई. केंद्रीय समिति ने पहले ही जांच शुरू कर दी थी.

Last Updated : Feb 14, 2022, 6:50 PM IST

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