नई दिल्ली: गुरुग्राम में फ्लैट दिलाने के नाम पर लोगों से करोड़ों की ठगी करने के मामले में कंपनी के एक निदेशक को आर्थिक अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया है. इस कंपनी के खिलाफ आर्थिक अपराध शाखा के पास कई लोगों ने शिकायत कर बताया था कि उन्होंने लगभग 9 करोड़ रुपये कंपनी में जमा कराए. लेकिन ना तो उन्हें फ्लैट मिला और ना ही उनकी रकम वापस मिली.
अतिरिक्त आयुक्त राजकुमार सिंह के अनुसार पुनीत भाटिया सहित कुछ लोगों ने आर्थिक अपराध शाखा में वर्ष 2016 में एफआईआर दर्ज करवाई थी. उन्होंने बताया कि न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी स्थित एक कंपनी में उन लोगों ने लगभग 9 करोड़ रुपये फ्लैट की बुकिंग के लिए जमा कराए थे. मार्च 2011 में इस कंपनी ने गुरुग्राम के सेक्टर 86 में कॉस्मो कोर्ट के नाम से एक अपार्टमेंट बनाने की बात कही थी.
उन्हें बताया गया कि कंपनी ने 17 एकड़ जमीन लेने के साथ ही यहां पर फ्लैट बनाने के लिए लाइसेंस ले लिया है. इस कंपनी एवं उनके एजेंट ने लोगों से यहां पर फ्लैट देने के नाम पर बुकिंग ली. उन्हें बताया गया कि प्रोजेक्ट शुरू होने के बाद इसकी कीमत लगभग डबल हो जाएगी.
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रुपये एकत्रित होने पर बेच दी जमीन
बिना सरकार की अनुमति के प्रोजेक्ट लांच कर इस कंपनी ने लोगों से बुकिंग के नाम पर करोड़ों रुपये ले लिए. बाद में कंपनी ने 12 एकड़ जमीन अंसल हाउसिंग को बेच दी और यह प्रोजेक्ट नहीं बनाया. उन्होंने ना तो लोगों के रुपये लौटाए और ना ही इस प्रोजेक्ट को पूरा किया. छानबीन के दौरान पुलिस टीम ने पीड़ितों के बयान दर्ज किए. इसके साथ ही उनके दस्तावेजों की भी जांच की गई. पुलिस को पता चला कि आरोपियों में से एक निदेशक संजय चावला इस कंपनी में दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करता था. पुलिस टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया. हालांकि उसे अदालत से जमानत मिल गई है.
लोगों को झांसा देकर फंसाते थे आरोपी
आरोपी फ्लैट खरीदने वाले लोगों को अपनी बातों में फंसाकर उनसे मोटी रकम वसूल लेते थे. गिरफ्तार किया गया संजय चावला गुरुग्राम का रहने वाला है. वह सिविल इंजीनियर है. वह कई बिल्डर और प्रमोटर के साथ जुड़ा हुआ है. इस कंपनी में वह प्रोजेक्ट हेड के साथ निदेशक भी था.
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वह लोगों से संपर्क करता था और उन्हें ओस प्रोजेक्ट में सस्ता फ्लैट दिलाने का झांसा देता था. संजीव के अलावा दो अन्य आरोपियों सुमित भड़ाना और हेम सिंह भड़ाना को पुलिस पहले गिरफ्तार कर चुकी है. दोनों इस प्रोजेक्ट में प्रमोटर थे. इस मामले में आरोपपत्र भी दाखिल किया जा चुका है.