नई दिल्ली/नोएडा: पब्लिक स्कूलों की मनमानी के खिलाफ जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है. नियमों की अवहेलना पर 17 स्कूलों पर जुर्माना लगाया गया है. इन स्कूलों से 8 लाख 30 हजार रुपये वसूले गए हैं. इस कार्रवाई के बाद से दूसरे स्कूलों में भी हड़कंप मचा हुआ है.
पिछले काफी समय से स्कूलों में मनमाने तरीके से फीस बढ़ाए जाने को लेकर अभिभावकों ने विरोध दर्ज कराया था, बार-बार जिला प्रशासन से भी शिकायत की गई.
नियमों की अनदेखी पर हुई बड़ी कार्रवाई जिलाधिकारी ने खुद लिया संज्ञान
खुद जिलाधिकारी ने इस मामले का संज्ञान लिया और अभिभावकों को भरोसा दिया था कि उनके साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा. उन्होंने इस मामले को जिला शुल्क नियामक समिति को सौंपा था. जिसके बाद समिति ने जिले के तमाम स्कूलों को नोटिस जारी कर उनसे जवाब तलब किया.
जिला शुल्क नियामक समिति की शनिवार को हुई बैठक में स्कूलों को भेजे गए नोटिस और उनसे मिले जवाब की समीक्षा की गई.
नियमों की अवहेलना पर हुई कार्रवाई
जिन स्कूलों ने नोटिस का जवाब नहीं दिया, उनके खिलाफ भी सख्ती बरतने का फैसला लिया गया. समिति ने शनिवार को नोएडा और ग्रेटर नोएडा के 17 स्कूलों पर जुर्माना लगाया है.
स्कूल जिन पर जुर्माना लगाया गया है.
- सीएलएम पब्लिक स्कूल ग्रेटर नोएडा, जुर्माना- 75 हजार
- गगन पब्लिक स्कूल गौड़ सिटी ग्रेटर नोएडा वेस्ट, जुर्माना- 75 हजार
- ग्रेड्स इंटरनेशनल स्कूल सेक्टर-33 नोएडा, जुर्माना- 75 हजार
- श्री रवि शंकर विद्या मंदिर सेक्टर-48 नोएडा, जुर्माना- 75 हजार
- एसडी पब्लिक स्कूल भंगेल, जुर्माना- 75 हजार
- कार्ल हूबर सेक्टर-62 नोएडा, जुर्माना- 75 हजार
- धर्म पब्लिक स्कूल ग्रेटर नोएडा, जुर्माना- 75 हजार
- विश्व भारती पब्लिक स्कूल नोएडा, जुर्माना- 50 हजार
- रॉकवुड स्कूल नोएडा, जुर्माना- 10 हजार
- रामाज्ञा स्कूल सेक्टर-53 नोएडा, जुर्माना- 20 हजार
- जीडी गोयनका पब्लिक स्कूल, ग्रेटर नोएडा -जुर्माना1 हजार
- मॉडर्न पब्लिक स्कूल शाहबेरी, जुर्माना- 10 हजार
- एसेंट इंटरनेशनल स्कूल, ग्रेटर नोएडा, जुर्माना-10 हजार
- एपीजे इंटरनेशनल स्कूल, ग्रेटर नोएडा, जुर्माना-10 हजार
- रेयान इंटरनेशनल स्कूल ग्रेटर नोएडा वेस्ट, जुर्माना 10 हजार
- जागरण पब्लिक स्कूल पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है.
हालांकि, इस कार्रवाई के बाद अभिभावक काफी संतुष्ट नजर आ रहे हैं. कुछ अभिभावकों का कहना है कि नियम तोड़ने वाले दूसरे स्कूलों पर भी ऐसी ही कार्रवाई होनी चाहिए. इससे पूर्व भी जिला प्रशासन कई स्कूलों पर भारी जुमाना लगा चुका है.