नई दिल्ली/नोएडा:नोएडा प्राधिकरण के जन स्वास्थ विभाग ने सेक्टर 39 में एचसीएल फाउंडेशन के सहयोग से कमांड कंट्रोल सेंटर का निर्माण किया है. कमांड कंट्रोल सेंटर लगभग 2 करोड़ 50 लाख की लागत से तैयार किया गया है.
कमांड कंट्रोल सेंटर की मदद से डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन, वाहनों की ट्रैकिंग, मैकेनिकल स्वीपिंग वाहनों की ट्रैकिंग, प्राधिकरण के वाहनों की ट्रैकिंग, शहरवासियों की समस्या का निस्तारण, कर्मचारियों की मोबाइल एप से एटेंडेंस सहित कई कार्यों पर नजर रखी जायेगी.
प्राधिकरण ने कमांड कंट्रोल सेंटर का किया निर्माण
'ICCC रखेगा नजर'
नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी रितु माहेश्वरी ने कमांड कंट्रोल सेंटर का उद्घाटन किया और बताया कि सेक्टर 39 में जन स्वास्थ्य विभाग ने एचसीएल फाउंडेशन की मदद से इंटीग्रेटेड कमांड सेंटर का इनॉग्रेशन किया है. स्वच्छता से संबंधित सभी कर्मचारियों की और वाहनों की मॉनिटरिंग की जा सकेगी.
उन्होंने बताया कि गार्बेज कलेक्शन और उसके निस्तारण में इस्तेमाल होने वाले वाहनों की ट्रैकिंग की जाएगी. HCL फाउंडेशन से एक मोबाइल एप बनाने की बात की है. ताकि अधिकारी गतिविधियों की मॉनिटरिंग कर सकें.
'कमांड कंट्रोल सेंटर की विशेषता'
- वाहनों की लाइव ट्रैकिंग
- डोर टू डोर कूड़ा निस्तारण वाहनों की ट्रैकिंग
- मैकेनिकल स्वीपिंग वाहनों की ट्रैकिंग
- प्राधिकरण के धमाल में लिए जा रहे वाहनों की ट्रैकिंग
'शिकायत के समाधान की ट्रैकिंग'
- नोएडा सिटिज़न ग्रिविआंस एप
- स्वछता एप
- व्हाट्सएप कंप्लेंट नंबर
'अटेंडेंस ट्रैकिंग सिस्टम'
- कर्मचारियों की मोबाइल ऐप से उपस्थिति की ट्रैकिंग
- सेक्टर 145 में बनें बायो रेमेडिएशन प्लांट पर भी नजर रखी जाएगी.
'सफाई कर्मियों को किया सम्मानित'
कंट्रोल रूम के माध्यम से जन स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी हुई विभिन्न सेवाओं के संचालन और मॉनिटरिंग एक ही स्थान पर किए जा सके और नोएडावासियों को उच्चतम स्वच्छता संबंधित जन स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा सकें. इसके लिए कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है. साथ ही कोरोना काल के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाले सफाई कर्मचारियों को भी प्रशस्ति पत्र और नगद धनराशि से पुरस्कृत किया गया.