नई दिल्ली/नोएडा:त्योहार के सीजन में कोरोना का साया मंडराया हुआ है. कोरोना संक्रमण के चलते लोग अपने घरों से कम ही निकल रहे हैं. जिससे लोगों के हाथों में मेहंदी रचाने वालों के रोजगार की रंगत गायब है. मेहंदी लगाने वाले कलाकार सुमित का कहना है कि ग्राहकों के इंतजार में सुबह से शाम हो जाती है, लेकिन एक भी ग्राहक नहीं आते हैं, ऐसे में शाम को फिर सामान लेकर वह घर चले जाते हैं. आलम ये है कि वह कर्मचारियों का दूर खुद का भी खर्चा नहीं निकाल पाते हैं और परिवार के भरण पोषण में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
हाथ मेहंदी व्यवसाय पर कोरोना की मार, ग्राहकों की बाट जोह रहे कलाकार
नोएडा में कोरोना महामारी का असर मेहंदी लगाने वाले कलाकारों के व्यवसाय पर भी पड़ा है. जहां पहले त्योहार के सीजन में भारी संख्या में महिलाएं मेहंदी लगवाने आती थी. वहीं अब इनकी संख्या बेहद कम हो गई है. जिससे हाथों में मेहंदी लगाने वाले इन कलाकारों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. उनका कहना है कि यदि यही हालात रहे तो वो मेहंदी लगाने का काम छोड़कर गांव वापस जाकर मजदूरी करने के लिए मजबूर हो जाएंगे.
हाथ मेंहदी व्यवसाय पर कोरोना की मार
सुमित ने बताया कि लॉकडाउन और कोविड-19 महामारी का असर उनके बिजनेस पर भी पड़ा है. ग्राहक आते हैं और रेट पूछ कर चले जाते हैं, लेकिन मेहंदी लगाने से कतरा रहे हैं. सुमित ने बताया कि तमाम ऐसे त्यौहार आकर चले गए, जिसमें लोग काफी संख्या में मेहंदी लगवाने आते हैं. लेकिन कोरोना के चलते किसी भी त्योहार में वह कमाई नहीं कर पाये.