नई दिल्ली/नोएडा:कोरोना वायरस महामारी के कारण पहले से ही मुश्किल में फंसे देश के किसानों की मुश्किलें पाकिस्तान से आए टिड्डियों के दल ने और बढ़ा दी हैं. किसान अब फसल को होने वाले नुकसान को लेकर चिंता में डूबे हैं. ऐसे में टिड्डियों के दल से किसानों को किस तरह का डर सता रहा है? इसका पता लगाने हमारी टीम ग्राउंड जीरो पर पहुंची और सालों से सब्जियों की पैदावार करने वाले किसानों से बात की.
टिड्डी दल से निपटने के लिए तैयारी जिला प्रशासन किसानों को करेगा सजग
टिड्डियों का यह दल ईरान, पाकिस्तान समेत अफ्रीका को भी मुश्किल में डाल चुका है. माना जा रहा है कि ये टिड्डी दल पाकिस्तान से चलकर हमारे देश में पहुंचा है. जबकि राजस्थान-मध्यप्रदेश के रास्ते अब टिड्डियों का ये दल यूपी में दाखिल हो चुका है.
सब्जियों की फसल उगाने वाले किसान ने बताया कि जब कभी भी टिड्डियों का दल उनके इलाके में पहुंचा तो कीटनाशक का भी उस दल पर कोई खास असर नहीं दिखा, हालांकि टिड्डियों के दल को भगाने के लिए कीटनाशक के छिड़काव के साथ ढोल-ताशे बजाने और पटाखे छोड़ने के जैसे भी कई जतन किए जाते हैं.
जिलाधिकारी ने की कृषि विभाग के साथ बैठक
जिला प्रशासन की ओर से टिड्डियों के प्रकोप की रोकथाम के लिए पहले से ही कदम उठाये जाने लगे हैं. डीएम सुहास एल.वाई की तरफ से टिड्डियों के प्रकोप पर नियंत्रण पाने के लिए पहले ही तैयारी शुरू कर दी गई है. प्रशासन टिड्डी दल के प्रकोप पर नियंत्रण पाने के लिए बाजारों में कीटनाशक दवाओं को उपलब्ध करा रहा है, तो वहीं प्रशासन फसलों पर कीटनाशक दवाओं के छिड़काव की भी तैयारी कर रहा है.