नई दिल्ली/नोएडा: यूपी के नोएडा के सेक्टर 39 में नए कोविड-19 हॉस्पिटल में पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती प्रक्रिया में धांधली सामने आई है. इसके बाद गौतमबुद्ध नगर जिलाधिकारी ने इंटरव्यू प्रक्रिया पर रोक लगा दी है. डीएम सुहास एल. वाई ने क्वालिफिकेशन, नियमों और शासनादेश के आधार पर नए सिरे से भर्ती शुरू करने की जिम्मेदारी मुख्य विकास अधिकारी डॉक्टर अनिल कुमार सिंह को सौंपी है. बता दें कि सेक्टर 39 में कोविड-19 अस्पताल बना है, जिसमें 243 पदों पर भर्ती निकाली गई है.
नोएडा: DM ने CDO को दी कोविड हॉस्पिटल में भर्ती की जिम्मेदारी, धांधली का लगा था आरोप
नोएडा के सेक्टर 39 में नए कोविड-19 हॉस्पिटल में पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती प्रक्रिया में धांधली के बाद सामने आई. उसके बाद डीएम सुहास एलवाई ने इंटरव्यू प्रक्रिया पर रोक लगा दी है. डीएम ने क्वालिफिकेशन, नियमों और शासनादेश के आधार पर नए सिरे से भर्ती शुरू करने की जिम्मेदारी मुख्य विकास अधिकारी डॉक्टर अनिल कुमार सिंह को सौंप दी है.
जिलाधिकारी सुहास एल. वाई ने बताया कि नया कोविड-19 अस्पताल बनकर पूरी तरीके से तैयार है. मानव संसाधन की जो भी आवश्यकता है, उन्हें पूरा किया जा रहा है. नियमानुसार, मानक अनुसार, शासनादेश अनुसार और मेरिट के आधार पर भर्ती हो इसके लिए जिले के मुख्य विकास अधिकारी को जिम्मेदारी दी गई है. ऐसे में जल्दी सिलेक्शन के बाद अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस कोविड हॉस्पिटल की शुरुआत कर दी जाएगी.
ये है पूरा मामला
भर्ती में धांधली तब उजागर हुई जब बुधवार को सुबह अभ्यार्थी लंबी लाइन में लगे हुए थे. दोपहर में अभ्यर्थी का अस्पताल में कार्यरत कर्मियों से विवाद हो गया. एक महिला डॉक्टर अपने स्टूडेंट्स की सिफारिश करने लगी, तब मामले का वीडियो वायरल हुआ. घटनाक्रम की सूचना मिलते ही प्रशासनिक अफसरों में हड़कंप मच गया. ऐसे में जिलाधिकारी ने मामले का संज्ञान लेते हुए पूर्व में सभी भर्तियों को निरस्त कर दिया है और नई प्रक्रिया के तहत भर्ती करने के लिए CDO को जिम्मेदारी सौंप दी है.