नई दिल्ली/नोएडा : जनवरी माह में गौतमबुद्ध नगर जिला में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू की गई थी. मार्च महीने में कोविड-19 महामारी को देखते हुए लॉकडाउन लगा दिया गया. कोविड-19 महामारी से प्रभावित क्षेत्रों को हॉटस्पॉट घोषित कर दिया गया और उन क्षेत्रों को पुलिस द्वारा बैरिकेडिंग लगाकर सील कर दिया गया. इसके साथ ही जिला की सभी सीमाओं को भी सील किया गया और भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किए गए.
इन तमाम जगहों हो पर ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों की ड्यूटी 12 घंटे से हटाकर 8 घंटे करने का आदेश अधिकारियों द्वारा दिया गया, लेकिन खासतौर से हॉटस्पॉट और महत्वपूर्ण स्थानों पर आज भी पुलिसकर्मी 12 घंटे की ड्यूटी करने को मजबूर हैं. इस तपती हुई गर्मी में और हॉटस्पॉट जैसे संवेदनशील स्थान पर कर्मचारियों का कहना है कि जिस तरह से ड्यूटी ली जा रही है अगर यही हाल रहा तो वह दिन दूर नहीं जब हम भी इस बीमारी के शिकार हो सकते हैं.
तपती गर्मी में 12 घंटे ड्यूटी करने को मजबूर
पुलिस उपायुक्त नोएडा प्रथम द्वारा 22 अप्रैल को अपर पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था के आदेश को ध्यान में रखते हुए आदेश जारी किया गया था कि चिन्हित हॉटस्पॉट बैरियर्स व अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर दो शिफ्ट की बजाय तीन शिफ्ट में ड्यूटी ली जाए, पर आज भी हॉटस्पॉट के साथ ही अन्य बैरियर पर ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मी 12 घंटे ही ड्यूटी दे रहे हैं. इसके चलते पुलिसकर्मियों में काफी असंतोष की भावना जग रही है. खासतौर से उन स्थानों पर जहां हॉटस्पॉट बनाए गए हैं और पुलिसकर्मी 12 घंटे की ड्यूटी कर रहे हैं और उनकी सुध लेने वाला कोई अधिकारी नहीं है.
अधिकारी का आदेश