गुरुग्राम: गर्मियों का मौसम आते ही गुरुग्राम में नहर में डूबकर मरने वालों की संख्या में बढ़ोत्तरी होती है. जी हां हम बात कर रहे हैं गुरुग्राम की उस खूनी नहर की जहां हर साल न जाने कितने मासूमों की मौत हो जाती है. क्योंकि गर्मियों के मौसम में जैसे ही पारा बढ़ता है वैसे ही युवकों और बच्चों का ठंडे पानी में नहाने का मन करता है, तो बच्चे नहर में डुबकी लगाने चले जाते हैं जिसकी कीमत उनको अपनी जान गंवा कर चुकानी पड़ती है.
गुरुग्रामः 'खूनी नहर' को लेकर जिला प्रशासन सख्त, उठाएगा ये कदम...
जिले के धनकोट नहर में आए दिन लोगों के डूबने की खबरें आती हैं. जिसे देखते हुए जिला प्रशासन सख्त हो गया है.
गहराई का शिकार बन रहे बच्चे
दरअसल बीते 2 से 3 महीनों से गुरुग्राम की धनकोट नहर में बच्चों और युवकों की मौत की खबर आती रहती है. इस नहर के पास न तो बाउंड्री है और न ही कोई तार फेसिंग की गई है जिसके चलते बच्चे अपने मन मुताबिक कहीं पर भी नहाते हैं और गहराई का शिकार हो जाते हैं.
जिला प्रशासन उठाएगा ठोस कदम
जब इस खूनी नहर के बारे में गुरुग्राम जिला प्रशासन अधिकारी अमित खत्री से बात की गई तो उन्होंने कहा कि अगर जिला प्रशासन को इस नहर के ऊपर वॉल बाउंड्री या तार फेसिंग भी करनी पड़ी तो जिला प्रशासन करेगा.