नई दिल्ली/गाजियाबाद:राजधानी से सटे गाजियाबाद में छठ का पर्व काफी उत्साह से मनाया जा रहा है, लेकिन कोरोना काल मे कुछ पाबंदियां भी हैं. गाजियाबाद में करहेड़ा स्थित छठ घाट पर 65 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का प्रवेश वर्जित किया गया है.
छठ घाट पर 65 वर्ष से अधिक आयु के लोगों का प्रवेश वर्जित इसके अलावा 5 साल से कम उम्र वाले बच्चों के साथ आने वाले लोगों को भी प्रवेश नहीं दिया जाएगा. वहीं छठ घाट को दुल्हन की तरह सजाया गया है. घाट पर मौजूद जल में 400 लीटर गंगाजल मिश्रित किया गया है. इसके अलावा गुलाब की पंखुड़ियां भी जल में डाली जा रही है, जिससे माहौल काफी भक्तिमय हो गया है.
50 हजार की जगह 2 हजार की गैदरिंग
ज्यादातर छठ घाट पर सजावट पूरी तरह से दिख रही है, लेकिन छठ घाट पर पहुंचने वाले लोगों की संख्या में कमी देखी जा रही है. कोरोना की पाबंदियां लगाई गई हैं. जिसकी वजह से ज्यादातर लोग अपने घरों पर ही छठ मनाने का फैसला ले रहे हैं. आयोजकों की तरफ से भी उनसे इसी बात का आग्रह किया जा रहा है. 65 साल से अधिक उम्र के व्यक्ति छठ घाट पर ना पहुंचे, इसके लिए बकायदा घोषणाएं भी कराई गई है. बीते साल करेड़ा के घाट पर 50000 श्रद्धालु एकत्रित हुए थे, लेकिन इस बार उनकी संख्या 2 से 3000 के बीच रहने की ही बात कही जा रही है.
पुलिस की चाक-चौबंद व्यवस्था
घाट और उसके आसपास मजिस्ट्रेट की तैनाती के अलावा पुलिस की भी चाक चौबंद व्यवस्था रहेगी. किसी भी तरह की कमी कोताही नहीं बरती जा रही है. पुलिस अधिकारियों ने आयोजकों के साथ बैठकर पहले ही गाइडलाइन के संबंध में दिशा-निर्देश जारी कर दिए थे, जिसका पालन सख्ती से कराने के लिए कहा गया है. घाटों के आसपास भी भीड़ एकत्रित नहीं होने दी जा रही है.