नई दिल्ली/गाजियाबाद:कोरोना महामारी के बीच आज पहली बार मुरादनगर के दारुल उलूम सादिया मदरसे में सादगी के साथ स्वतंत्रता दिवस मनाया गया है. जिस में ध्वजारोहण करने के उपरांत कोरोना महामारी की समाप्ति की दुआएं मांगी गई.
मुरादनगर के दारुल उलूम सादिया मदरसे में सादगी के साथ स्वतंत्रता दिवस मनाया गया सादगी से मनाया गया स्वतंत्रता दिवस
आज संपूर्ण भारत देश में कोरोना काल के दौरान स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा है. इसमें तमाम तरीके की सावधानी बरती जा रही हैं. स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आज मुरादनगर के दारुल उलूम सादिया मदरसे में ध्वजारोहण करने के उपरांत राष्ट्रगान के बाद मौलानाओं ने पूरी दुनिया से कोरोना महामारी की समाप्ति की दुआएं मांगी है.
कोरोना महामारी से बचाव के लिए मांगी गई दुआ अधिक लोगों को नहीं किया गया आमंत्रित
कांग्रेस नेता महताब पठान ने कहा कि, कोरोना महामारी को देखते हुए सादगी के साथ स्वतंत्रता दिवस मनाया गया, आम दिनों में स्वतंत्रता दिवस पर मदरसों में काफी भीड़ इकट्ठा होती थी. लेकिन इस बार अधिक लोगों को आमंत्रित नहीं किया गया है.
मदरसे में दूर-दूर से आते थे लोग
जमीयत उलेमा ए हिंद के नगर अध्यक्ष मौलाना मोहम्मद रिजवान कासमी ने बताया कि आज उन्होंने मदरसे में बड़ी ही सादगी से स्वतंत्रता दिवस मनाया है, लेकिन कोरोना महामारी को देखते हुए यह फैसला सही भी है.
हर साल मदरसे में स्वतंत्रता दिवस मनाने के लिए काफी बच्चे, मौलाना और दूरदराज के लोग आते थे और इस खुशी के दिन को बड़ी ही धूमधाम के साथ मनाया जाता था, लेकिन आज इस आजादी के दिन को चंद लोगों के बीच ही मनाया गया है.