नई दिल्ली/गाजियाबाद: काम में लापरवाही करने वाले पुलिसकर्मियों पर बीती रात एसएसपी अमित पाठक ने कड़ा एक्शन लिया है, जिसके तहत इंदिरापुरम थाना क्षेत्र की अभय खंड चौकी के इंचार्ज सतवीर सिंह और भोजपुर थाने के इंचार्ज प्रदीप कुमार एवं SSI पर कार्रवाई की गई. पुलिसकर्मियों पर अपने काम को ठीक तरीके से न करने और काम में लापरवाही बरतने के चलते कार्रवाई की गई.
पुलिसकर्मियों पर उचित कार्रवाई
एसएसपी अमित पाठक लापरवाही करते पुलिसकर्मियों के मद्देनजर पहली कार्रवाई इंदिरापुरम थाना क्षेत्र की अभय खंड चौकी के इंचार्ज सतवीर सिंह पर की गई है. इंचार्ज सतवीर सिंह को एसएसपी ने लाइन हाजिर कर दिया है. इंचार्ज सतवीर सिंह पर आरोप है कि चेन स्नेचिंग की वारदात के बाद उन्होंने न ही मुकदमा दर्ज किया था बल्कि पीड़ित को चक्कर थाने के चक्कर कटवाते रहे. वहीं दूसरी और एसएसपी अमित पाठक ने भोजपुर थाने के इंचार्ज प्रदीप कुमार और एसएसआई शकील अहमद पर उचित कार्रवाई करते हुए निलंबित कर दिया है. निलंबित हुए दोनो पुलिसकर्मियों पर आरोप है कि दोनो ने मिलकर एक आरोपी पर कार्रवाई ना करते हुए उसे बचाने का प्रयास किया.
लापरवाह और भ्रष्ट पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई ये भी पढ़ें:रिंग रोडः दिल्ली पुलिस मुस्तैद, कई लोगों के काटे चालान
कार्य में शिथिलता, लापरवाही, भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं
कार्रवाई के अंतर्गत लाइन हाजिर किए गए चौकी इंचार्ज और निलंबित किए गए थाना इंचार्ज और एसएसआई पर विभागीय जांच के भी आदेश दिए गए हैं. एसएसपी अमित पाठक ने साफ कर दिया है कि काम में लापरवाही, भ्रष्टाचार या शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी. साथ ही उन्होंने यह निर्देश भी दिया है कि सभी पुलिसकर्मी अपने काम पर पूरा फोकस करें और किसी भी पीड़ित को परेशानी ना होने दिया जाए. अगर किसी पीड़ित को पुलिस की लापरवाही की वजह से इंसाफ मिलने में देरी होती है, या फिर थाने और चौकी के चक्कर काटने पड़ते हैं, तो संबंधित पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई होगी.
अभियुक्त को बचाने की कोशिश कर रही थी पुलिस
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, अभय खंड के चौकी इंचार्ज ने चेन स्नैचिंग के बाद उक्त घटना को चोरी दिखाने का प्रयास किया, जिसके कारण पीड़ित महिला की रिपोर्ट तक दर्ज नहीं की गई. साथ ही पीड़ित को लगातार थाने के चक्कर भी कटवाए जा रहे थे, जिसके बाद पीड़िता ने एसएसपी को शिकायत कर दी. शिकायत के बाद जांच हुई तो एसएसपी का एक्शन सामने आया. वहीं भोजपुर थाने के इंचार्ज पर भी एक अभियुक्त को बचाने का आरोप है. इस मामले में भ्रष्टाचार की भी आशंका है. फिलहाल इस मामले की जांच जारी है.