नई दिल्ली/गाजियाबाद: गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रध्वज फहराना इस देश के हर नागरिक का एक सपना होता है और बात जब सरकारी इमारत और विशेष रूप से कलेक्टर के कैंप कार्यालय की हो तो बड़े-बड़े अधिकारी भी झंडा फहराने के गरिमामयी अवसर से चूकना नहीं चाहते, परंतु इस गणतंत्र दिवस पर जिला अधिकारी कैंप कार्यालय गाजियाबाद पर एक आयोजन हुआ. जिसने समाज में एक दैविय समूह में अपनी छाप छोड़ दी.
गणतंत्र दिवस पर डीएम के विशिष्ट मुख्य अतिथि दिव्यांग हर्ष कुमार रहे मुख्य अतिथि
गाजियाबाद के जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे ने गणतंत्र दिवस पर दिव्यांगों को श्रोताओं और दर्शकों की जमात से बाहर निकालकर राष्ट्रध्वज की रस्सी थमा दी. सर्वाधिक दिव्यांगता से प्रभावित हर्ष कुमार को डीएम ने कैंप कार्यालय में विशिष्ट मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया था.
दिव्यांग अतिथियों के माध्यम से दिया गया सम्मान व्हील चेयर में बैठकर राष्ट्रध्वज फहराया
आकर्षक राष्ट्रीय समारोह के फॉर्मल ड्रेस में तैयार हुए इस 18 वर्षीय किशोर ने व्हील चेयर में बैठकर राष्ट्रध्वज की रस्सी पकड़ी और उसे खींचकर डीएम कैंप कार्यालय पर झंडा फहराया.
उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारी सम्मानित दिव्यांग अतिथियों को दिया गया सम्मान
दिव्यांग अतिथि के साथ-साथ जिलाधिकारी ने 5 अन्य बच्चे मुकेश, विकास भारद्वाज, श्वेता, आयुष और गोपी को भी इस समारोह में मुख्य भूमिका में रखा, जिन्होंने राष्ट्रगान गाया. झंडे के साथ सलामी भी इन दिव्यांग बच्चों ने ही ली और यही नहीं समारोह के बाद दिव्यांग अतिथियों के माध्यम से कैंप कार्यालय पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारी सुनील शर्मा और गौरव को पुरस्कृत भी कराया.
जिलाधिकारी का ये कार्यक्रम आज एक गहरा संदेश समाज को दे गया कि दिव्यांग केवल श्रोता, दर्शक मात्र नहीं बल्कि वो देश के दायित्व को उठाने के लिए सक्षम है और मानसिक रूप से तैयार हैं.