नई दिल्ली/गाजियाबाद: कोरोना कम होते ही किसानों ने एक बार फिर भारी संख्या में गाजीपुर बार्डर पहुंचकर अपनी ताक़त दिखानी शुरू कर दी है. आज 26 जून को किसान देश भर में राज्यपालों से मिलकर ज्ञापन देंगे. भारतीय किसान यूनियन प्रवक्ता राकेश टिकैत पहले ऐलान कर चुके हैं कि हर माह 26 तारीख आती है और जब तक हमारी मांग नहीं मानी जाती, हर 26 तारीख को किसान कुछ न कुछ बड़ा आयोजन करेंगे.
गूंगी-बहरी सरकार
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि सरकार हठधर्मी हो गई है. सात माह से पूरे देश का किसान सड़कों पर है और सरकार के कान पर जूं नहीं रेंग रही. उन्होंने कहा कि गूंगी-बहरी सरकार ही ऐसा कर सकती है. भाकियू सुप्रीमो ने कहा कि 10 प्रतिशत लोग मनमानी करते हुए 90 प्रतिशत लोगों की अनदेखी नहीं कर सकते. उनका कहना है कि कृषि मंत्री यदि कृषि मंत्री होता तो किसानों का मामला कभी का निपट गया होता. इस सरकार में मंत्रियों को कोई शक्ति ही नहीं दी गई.
'किसान की भी जीत हो, सरकार की भी जीत हो'
भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि सरकार खामखां हठधर्मी कर रही है. गलत कानून बनगे तो उन्हें वापस ले ले. साथ में उन्होंने यह भी कहा किसानों की मांग मानकर सरकार हार जाएगी, ऐसा नहीं है. हम चाहते हैं किसान की भी जीत हो, सरकार की भी जीत हो. यह सरकार किसानों ने बनाई है, किसानों की सरकार है तो फिर हार-जीत की तो कोई बात ही नहीं है. देश का किसान कमजोर नहीं है. सरकार को अपनी जिद छोड़नी होगी.
दूसरे जिलों से भी ट्रैक्टर मार्च पहुंचेगा गाजीपुर बॉर्डर
गौरतलब है कि नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान लंबे समय से दिल्ली की दहलीज पर बैठे हैं. 26 नवंबर से शुरू हुए इस किसान आंदोलन को सात माह पूरे हो गए. शनिवार को आंदोलन आठवें माह में प्रवेश कर गया है. सात माह पूरे होने पर शनिवार को किसान सभी प्रदेशों के राज्यपाल को राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपेंगे.
वहीं पिछले सात माह से गाजीपुर बॉर्डर पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवता राकेश टिकैत के नेतृत्व में कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन चल रहा है. नरेश टिकैत ने कहा अभी ट्रैक्टर मार्च सहारनपुर और मुजफ्फरनगर जनपद का बार्डर आया है. दूसरे जिलों से भी ट्रैक्टर मार्च गाजीपुर बॉर्डर पहुंचेंगे.