दिल्ली

delhi

ETV Bharat / city

गाजियाबाद: पार्षद का अनोखा विरोध प्रदर्शन, भूख हड़ताल में भून रहे हैं भुट्टा - गाजियाबाद

पार्षद ने बताया कि उनके वार्ड में अधिकतर आबादी असंगठित क्षेत्र में कार्य करती है. लॉकडाउन के बाद से ही तमाम तरह का काम बंद हो गया है और वार्ड में रह रहे लोगों के सामने दो वक्त की रोटी का इंतजाम करने में मुश्किल हो रही है.

Councilor are roasting corn on the hunger strike in ghaziabad
Councilor are roasting corn on the hunger strike in ghaziabad

By

Published : May 12, 2020, 5:41 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद:नगर निगम गाजियाबाद के वार्ड 95 के पार्षद और कांग्रेस पार्षद दल के नेता जाकिर अली सैफी प्रशासन के खिलाफ अपने कार्यालय पर भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं. पार्षद भूख हड़ताल पर बैठ कर अपने कार्यालय पर भुट्टे भून कर विरोध कर रहे हैं. पार्षद का आरोप है कि लॉकडाउन के दौरान जिला प्रशासन द्वारा उनके वार्ड में राशन सामग्री का वितरण नहीं किया है. साथ ही वार्ड की अन्य समस्याओं का कभी समाधान नहीं किया गया है.

भूख हड़ताल पर बैठे पार्षद
पार्षद ने बताया कि उनके वार्ड में अधिकतर आबादी असंगठित क्षेत्र में कार्य करती है. लॉकडाउन के बाद से ही तमाम तरह का काम बंद हो गया है और वार्ड में रह रहे लोगों के सामने दो वक्त की रोटी का इंतजाम करने में मुश्किल हो रही है. उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा लॉकडाउन की अवधि में वार्ड में एक अन्न का दाना भी वितरित नहीं किया गया है. पार्षद का कहना है कि उन्होंने अपने वार्ड की इस समस्या को प्रशासन के समक्ष कई बार रखा लेकिन प्रशासन द्वारा उनकी समस्याओं का समाधान निकालने के लिए कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया गया. उन्होंने कहा कि वार्ड नंबर 95 में बड़ा सरकारी अस्पताल है जिसमें प्रतिदिन भारी तादाद में मरीज आते हैं लेकिन इसके बावजूद भी जिला प्रशासन द्वारा उनके वार्ड में ठीक प्रकार से सैनिटाइजेशन नहीं कराया जा रहा है.


क्या है भुट्टे भूनने का कारण


ईटीवी भारत ने जब पार्षद से भुट्टे भूनने का कारण पूछा तो उन्होंने बताया कि जनता ने उनको उनकी समस्याओं को उठाने के लिए चुना था लेकिन प्रशासन उनकी सुन नहीं रहा है इसलिए वह खाली बैठकर भुट्टे भून रहे हैं. पार्षद का कहना है कि जब तक जिला प्रशासन उनके वार्ड की समस्याओं का समाधान नहीं करता है और उनके क्षेत्र के लोगों को राशन सामग्री मुहैया नहीं कराता है तब तक उनकी भूख हड़ताल जारी रहेगी.

ABOUT THE AUTHOR

...view details