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गाजियाबाद: 'नगर पालिका के अनुपस्थित कर्मचारियों को किया जाए बर्खास्त'

गाजियाबाद के लोनी विधानसभा से भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने कोरोना महामारी के संकट के बावजूद नगर पालिका लोनी के चल रहे अनुपस्थित कर्मचारियों की बर्खास्तगी सुनिश्चित कर कार्यवाही किए जाने के संबंध में जिलाधिकारी को पत्र लिखा है.

BJP, MLA Nandkishore wrote letter to DM, expressing absence of municipality employees.
DM को लिखा पत्र

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Published : Apr 1, 2020, 8:27 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद:राजधानी दिल्ली से सटे जनपद गाजियाबाद में विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने जिलाधिकारी को पत्र लिखा, नगर पालिका के कर्मचारियों की अनुपस्थिति से बिगड़े हालात और 1000 राशि के पात्र लोगों की समय पर सूची न मिलने पर नाराजगी जताई. कहा ऐसे कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय करते हुए बर्खास्तगी की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए.

कर्मचारी अपनी ड्यूटी से लगातार नदारद

लोनी विधायक ने जिलाधिकारी को भेजे गए पत्र में लिखा है कि देश एवं प्रदेश वैश्विक महामारी का सामना कर रहा है. ऐसे में प्रदेश के मुख्यमंत्री के सख्त निर्देश हैं कि जो जन सरोकार से जुड़े आवश्यक सेवाओं के तहत आने वाले सभी विभाग सुचारू रूप से कार्य करेंगे.

लेकिन नगर पालिका परिषद लोनी में कोरोना का बहाना बनाकर कर्मचारियों अपनी ड्यूटी से लगातार नदारद चल रहे हैं. जिस कारणवश मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप असंगठित क्षेत्र में कार्यरत मजदूर एवं जरूरतमंद पात्र व्यक्तियों को दी जाने वाली ₹1000 की राशि की सहायता सूची बनने में देरी हो रही है.

मजदूरों के सामने भुखमरी का संकट

समय में सूची नहीं बनाए जाने के कारण मजदूरों के सामने भुखमरी का संकट उत्पन्न हो रहा है. इस संबंध में पात्र लोगों की सूची विलंब होने पर जिला के प्रभारी मंत्री माननीय सुरेश खन्ना मुझे व्यक्तिगत रूप से फोन कर चुके हैं. मूलभूत व्यवस्थाओं और सूची आदि की जानकारी लगातार फोन पर संपर्क कर ले रहे हैं. लेकिन अधिकारियों से सूची न मिलने के कारण मैं उन्हें कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं दे पा रहा हूं.


शासना करे आदेश का पालन

नंदकिशोर गुर्जर ने पत्र में कहा है कि लोनी नगर पालिका क्षेत्र की आबादी लगभग 16 लाख होने व कर्मचारियों की कमी के कारण मूलभूत व्यवस्था सुचारू रूप से चलने में कठिनाई आ रही है. दिल्ली में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामले व दिल्ली से सटी हुई विधानसभा होने के कारण कोरोना के रोकथाम से जुड़े उपायों की व्यवस्था कर्मचारियों की अनुपस्थिति से प्रभावित हो रही है.

जिससे क्षेत्र में कोरोना का संक्रमण फैलने की आशंका प्रबल होती जा रही है यदि इन कर्मचारियों कोरोना की आशंका है, तो तत्काल इन्हें घर से उठाकर में क्वारंटाइन भेजा जाए. शासना आदेश का पालन ना करने वाले ऐसे कर्मचारियों की जिम्मेदारी से भागने के लिए जवाबदेही तय करते हुए बर्खास्तगी सुनिश्चित कर, मुकदमा दर्ज कर जेल भिजवाया जाए.

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