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मिलिए 11 साल के फिजिकल टीचर व्योम से... जो बच्चों को देता है ऑनलाइन क्लास

गाजियाबाद के रहने वाले ताइक्वांडो में ब्लैक बेल्ट हासिल कर चुके 11 साल के व्योम त्यागी कोरोनाकाल में छोटे बच्चों को गूगल मीट के माध्य्म से एक्सरसाइज कराकर शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत करने में जुटे हुए हैं.

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11 साल का फिजिकल टीचर

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Published : May 5, 2021, 3:47 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद:शहर में कोरोना का कहर तेजी के साथ रफ्तार पकड़ रहा है. हर दिन जिले में सैकड़ों की संख्या में कोरोना वायरस के नए मामले सामने आ रहे हैं. एक तरफ अस्पतालों में जहां बेड की किल्लत है तो वहीं दूसरी तरफ परिजनों को मरीजों के लिए ऑक्सीजन का इंतजाम करने में भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

11 साल का फिजिकल टीचर

इसके साथ ही कोरोनाकाल में बच्चे, बड़े और बूढ़े घरों में कैद होने के कारण मानसिक तनाव से भी जूझ रहे हैं. ऐसे लोगों को राहत देने का काम कर रहे हैं ताइक्वांडो में ब्लैक बेल्ट हासिल कर चुके 11 साल व्योम त्यागी जो कोरोनाकाल में छोटे बच्चों को गूगल मीट के माध्य्म से एक्सरसाइज कराकर शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत करने में जुटे हुए हैं.

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कोरोनाकाल में शुरू की अनोखी पहल

कोरोना महामारी के इस दौर में सिल्वर लाइन प्रेस्टीज स्कूल में कक्षा 7 के छात्र व्योम त्यागी की यह पहल शारीरिक एवं मानसिक रूप से कितनों को ही स्वस्थ और मजबूत कर रही है.

बढ़ चढ़कर बच्चे ले रहे हैं हिस्सा

बता दें कि बच्चे भी व्योम की इस पहल में बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं और सेशन में करवाई जाने वाली एक्सरसाइज को दोहरा रहे हैं. गौरतलब है कि व्योम त्यागी पिछले 5 सालों से लगातार अपने कोच की देखरेख में ताइक्वांडो की प्रैक्टिस कर रहे हैं और 10 साल की कम उम्र में ताइक्वांडो में ब्लैक बैल्ट हासिल कर जिले का नाम रोशन कर चुके हैं. वहीं हाल में दिल्ली त्यागराज स्टेडियम में हुई नेशनल लेवल की चैंपिनशिप में भी व्योम त्यागी ने सिल्वर मेडल जीता था.

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एक घंटे ऑनलाइन चलती है क्लास

पिछले लगभग डेढ़ साल से कोरोना महामारी से जिले के सभी स्कूल बंद है और बच्चों को घर पर ही समय बिताना पड़ता है जिसके कारण बच्चे पढ़ाई और अन्य प्रोजेक्ट करने में मोबाइल और लेपटॉप में ज्यादा समय तक व्यस्त रहते हैं जिसका असर उनकी स्वास्थ्य पर पड़ रहा है.

इसके अलावा कोरोना महामारी ने बच्चों के सर्वांगीण विकास में बाधा उत्पन कर दी है. इसी प्रभाव को कम करने के लिए और बच्चों को एक दूसरे के नजदीक लाने के लिए लगभग एक घंटे व्यायाम मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रखता है.

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