नई दिल्ली/चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019 के लिए शनिवार शाम पांच बजे चुनाव प्रचार खत्म हो गया है. चुनाव प्रचार के अंतिम चरण में हर राजनीतिक दल ने अपनी पूरी ताकत प्रचार में झोंक दी. सत्ताधारी पार्टी बीजेपी ने अपने केंद्रीय नेतृत्व के साथ धुंआधार प्रचार किया, तो कांग्रेस ने भी अंतिम दिनों में अंधरूनी कलह को भूलते हुए ताबड़तोड़ रैलियां की.
पीएम मोदी ने कितनी रैलियां की?
प्रधानमंत्री मोदी बीजेपी स्टार प्रचारक हैं. उन्होंने अपनी चुनावी रैली की शुरुआत बल्लभगढ़ से की. राजनीतिक पंडितों के मुताबिक पीएम मोदी के हरियाणा आते ही सियासी समीकरण बदलने लगे. पीएम के आने से पहले विधानसभा चुनाव में स्थानीय मुद्दों को ज्यादा अहमियत मिली थी, लेकिन उनके आते ही मुद्दे राष्ट्रीय हो गए.
पीएम मोदी ने हरियाणा में सात विशाल रैलियों को संबोधित किया. बल्लभगढ़ में पीएम की रैली से दलित वोटर्स को साधने की कोशिश की गई. पीएम ने इसके बाद चरखी दादरी और कुरुक्षेत्र में रैली को संबोधित किया. पीएम ने यहां राष्ट्रीय मुद्दों को लेकर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. पीएम मोदी ने इसके बाद गोहाना (सोनीपत) और हिसार में जनसभा को संबोधित किया. पीएम ने हिसार में सरकार की बड़ी योजना का जिक्र किया. पीएम ने कहा था कि पानी के लिए सरकार साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये खर्च करने जा रही है.
इसके बाद पीएम मोदी ने 19 अक्टूबर को ताऊ देवी लाल के गढ़ यानी ऐलनाबाद (सिरसा) में चुनावी रैली को संबोधित किया. पीएम ने यहां पूर्व सरकारों को घेरते हुए कहा कि पहले खर्ची पर्ची का खेल चलता था जिसे बीजेपी सरकार ने बंद किया.
इसके बाद पीएम मोदी ने अहीरवाल क्षेत्र यानी रेवाड़ी में विशाल जनसभा को संबोधित किया. माना जा रहा है कि पीएम की ये रैली विधानसभा चुनाव में काफी असर डालेगी. बता दें कि इस क्षेत्र में राव इंद्रजीत सिंह का खासा प्रभाव माना जाता है. जो फिलहाल में पार्टी से नाराज दिखाई पड़ रहे हैं. ऐसे में पीएम मोदी की अहीरवाल बेल्ट में रैली बीजेपी के लिए कामयाबी साबित हो सकती है.
कांग्रेस के लिए राहुल गांधी ने संभालो मोर्चा
कांग्रेस ने अपने केंद्रीय नेतृत्व से राहुल गांधी को विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए उतारा. राहुल गांधी के आने से हरियाणा कांग्रेस में एक नई ऊर्जा देखने को मिली. जो कांग्रेस अपनी अंधरूनी कलह के चलते बयानबाजी में व्यस्त थी, वहीं राहुल गांधी के आते ही कांग्रेस ने भी चुनाव प्रचार में तेजी की.
राहुल गांधी ने अपने पहली जनसभा नूंह विधानसभा क्षेत्र में की. राहुल गांधी अपने चुनाव प्रचार में सीधे तौर पर पीएम मोदी पर हमलावर नजर आए. राहुल गांधी ने अपनी जनसभा में स्थानीय मुद्दों की बजाय राष्ट्रीय मुद्दों पर पीएम मोदी को घेरा. राहुल गांधी ने बेरोजगारी, अर्थव्यवस्था, गरीबी जैसे अनेक मुद्दों को लेकर पीएम मोदी को कटघरे में खड़ा किया.
राहुल गांधी ने अपनी दूसरी और आखिरी रैली महेंद्रगढ़ में की. राहुल गांधी की ये रैली बिल्कुल आखिरी समय पर तय की गई. महेंद्रगढ़ सोनिया गांधी को आना था, लेकिन अंतिम समय पर उनती तबीयत सही नहीं रही और राहुल गांधी ने आकर मोर्चा संभाला. राहुल गांधी ने यहां भी मोदी को बेरोजागारी के मुद्दे पर घेरा. राहुल गांधी ने कहा कि किसान आत्महत्या कर रहे हैं, लेकिन सरकार अमीरों का कर्जा माफ करने में लगी है.