कौन है मनोज मोदी और शांतनु नायडू, क्यों कहा जाता है इन्हें मुकेश अंबानी और रतन टाटा का दाहिना हाथ
जानिए देश के दो जाने माने अरबपति बिजनेसमैन रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी और टाटा संस के पूर्व अध्यक्ष रतन टाटा के दाहिने हाथ को. जिसे कोई मानता है भाई तो किसी के लिए है बेटा. पढ़ें पूरी खबर...Mukesh Ambani, Mukesh Ambani Gift 1500 Cr House, Mukesh Ambani Right Hand, Manoj Modi, Reliance Director Manoj Modi, shantanu naidu, ratan tata)
हैदराबाद: किसी भी व्यवसायी को महत्वपूर्ण निर्णय लेने में मदद करने और उनका समर्थन करने के लिए एक भागीदार की आवश्यकता होती है. आज हम आपको रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी और टाटा संस के पूर्व अध्यक्ष रतन टाटा जैसे अरबपति बिजनेसमैन की सफलता के पीछे उनके दाहिने हाथ बनकर काम करने वाले शख्सियत के बारे में लोगों को बताने जा रहे हैं, जिनके बारे में शायद ही आपने इससे पहले सुना होगा.
मुकेश अंबानी मनोज मोदी अगर सबसे पहले बात करें मुकेश अंबानी की तो, रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी भारत के सबसे अमीर व्यक्ति हैं, व्यवसाय में काफी सोच-समझकर फैसला लेने के लिए जाने जाते हैं और यही उनकी सफलता के पीछे का कारण है. हम सभी जानते हैं कि मुकेश अंबानी एक दूरदर्शी उद्यमी हैं लेकिन मुकेश अंबानी की सफलता का एक और राज है और उसका नाम है मनोज मोदी. मनोज मोदी को मुकेश अंबानी का 'दाहिना हाथ' कहा जाता है और वह अरबपति कारोबारी के बैचमेट हैं.
बता दें, मनोज मोदी यूनिवर्सिटी के केमिकल टेक्नोलॉजी विभाग में मुकेश अंबानी के सहपाठी थे और दोनों के बीच बहुत मजबूत रिश्ता है. मनोज मोदी सभी महत्वपूर्ण सौदों पर मुकेश अंबानी को सलाह देते हैं, और अप्रैल 2020 में फेसबुक के साथ रिलायंस जियो के सौदे के पीछे उनका ही दिमाग था. मनोज मोदी रिलायंस रिटेल लिमिटेड और रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड के निदेशक हैं.
खबरों के मुताबिक, मुकेश अंबानी ने अपने करीबी सहयोगी मनोज मोदी को मुंबई में 22 मंजिला संपत्ति उपहार में दी है. 1500 करोड़ रुपये की संपत्ति मुंबई के पॉश नेपियन सी रोड पर स्थित है और यह 1.7 लाख वर्ग फुट के क्षेत्र में फैली हुई है.
रतन टाटा और शांतनु नायडू रतन टाटा भारत के प्रमुख व्यवसायियों में से एक हैं और टाटा संस के पूर्व अध्यक्ष हैं. रतन टाटा टाटा परिवार के मुखिया हैं और अरबों डॉलर के पारिवारिक व्यवसाय को सफलता की ओर ले जाने के लिए जिम्मेदार हैं. हालांकि, हर आदमी को एक सहारे की जरूरत होती है और ऐसे में रतन टाटा का सहारा है शांतनु नायडू. शांतनु नायडू रतन टाटा के निजी सहायक और उनकी कंपनी में महाप्रबंधक हैं. शांतनु नायडू 30 साल के हैं, और उन्होंने 2018 में रतन टाटा के लिए काम करना शुरू किया था. रतन टाटा शांतनु को अपने बेटे की तरह मानते हैं. शांतनु रतन टाटा के कारोबार के साथ ही उनके इन्वेस्मेंट को भी देखते हैं.
30 साल के शांतनु एक बिजनेसमैन, इंजीनियर, सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर, लेखक और एंटरप्रेन्योर हैं. शांतनु ने अपनी MBA की पढ़ाई अमेरिका के कॉर्नेल विश्वविद्यालय से की है. महाराष्ट्र के पुणे में 1993 में शांतनु नायडू का जन्म हुआ था, 2018 में पढ़ाई के पूरी करने के बाद शांतनु भारत वापस आ गए और डिप्टी जनरल मैनेजर के पद पर टाटा ट्रस्ट्स के चेयरमैन के ऑफिस में काम करने लगे. मालूम हो शांतनु नायडू ने गुडफेलोज नाम से एक स्टार्टअप शुरू किया है जिसमें रतन टाटा ने निवेश किया है. यह स्टार्टअप सीनियर सिटीजन की सेवा के लिए शुरू किया गया है.