नई दिल्ली:फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (FOMC) की बैठक 12-13 दिसंबर, 2023 को होने वाली है. इस बैठक का इंतजार पूरी दुनिया कर रही है. इस बैठक की अध्यक्षता जेरोम पॉवेल करेंगे. इस बैठक में उम्मीदें लगाई जा रही है कि फेडरल रिजर्व 5.25-5.50 फीसदी के मौजूदा लक्ष्य पर ब्याज दरों को बनाए रखने का विकल्प चुन सकता है. अगर इस बैठक के दौरान फेडरल रिजर्व अपनी मौजूदा ब्याज दर को स्थित रखता है तो यह लगातार तीसरी बैठक होगी. मार्च 2022 से, जेरोम पॉवेल और उनके सहयोगियों के नेतृत्व में फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरें बढ़ाने की आक्रामक रणनीति लागू की है. बता दें कि मुद्रास्फीति से निपटने के प्रयास में दरें 11 बार बढ़ाई गई हैं.
अमेरिका में नौकरियों में हुई बढ़ोतरी
रेट वृद्धि की चेन ने अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों को विशेष रूप से प्रभावित किया है, जिससे बंधक, ऑटो लोन, क्रेडिट कार्ड और बिजनेस के लिए लोन अधिक महंगे हो गए हैं. इसका रिजल्ट ये हुआ कि घरों, कारों, फर्नीचर और उपकरणों की खरीद में गिरावट आई है, जिससे इन श्रेणियों के भीतर कीमतों में मामूली कमी आई है. हालांकि, इन आर्थिक बदलावों के बीच, सुधार के संकेत भी मिल रहे हैं. नवंबर में अमेरिकी नौकरी की वृद्धि में तेजी आई, साथ ही बेरोजगारी दर में 3.7 फीसदी की गिरावट आई, जिससे मंदी की चिंता कम हो गई है.