हैदराबाद :हमें अपनी कमाई का कुछ हिस्सा लंबी अवधि की जरूरतों के लिए निवेश करना चाहिए. इसके लिए चुनी गई योजनाओं को हमारी जरूरतों को पूरा करने वाला होना चाहिए. इसलिए कहीं भी निवेश करने से पहले उन योजनाओं के प्रदर्शन की स्पष्ट समझ होनी चाहिए, जिन्हें हम चुन रहे हैं. मसलन निवेश की जाने वाली राशि, अवधि और अन्य कारक जिन्हें योजना का चयन करने से पहले विचार किया जाना चाहिए. इसके अलावा जिस योजना में निवेश करने जा रहे हैं उसके मुनाफा और नुकसान के बारे में भी विचार कर लेना चाहिए.
हम मुनाफा कमाने के लिए निवेश करते हैं. लेकिन, कई बार हमें नुकसान उठाना भी पड़ सकता है. हो सकता है कि आप नुकसान की भविष्यवाणी को न पचा पाएं, लेकिन यह न भूलें कि यह विचार करने का विषय है. खासतौर पर शेयर बाजार आधारित योजनाओं का विकल्प चुनने वालों को इस बात को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. इस बात को समझना चाहिए कि इसमें नुकसान की संभावना होती है. किस योजना में निवेश कर रहे हैं इस आधार पर जोखिम तय होता है. म्यूचुअल फंड मैनेजर नुकसान के जोखिम को संतुलित करने के लिए कई तरीके अपनाते हैं. लेकिन, आम निवेशक जागरूक नहीं हैं. एक धारणा है कि एक ही प्रकार की सभी निवेश योजनाओं में हानि का जोखिम समान होता है. यह भी, आसानी से सूत्रबद्ध नहीं किया जा सकता है.