नई दिल्ली: लगातार सात सप्ताह की बढ़त के बाद इस सप्ताह भारतीय शेयर बाजारों में गिरावट दर्ज की गई. पूरे सप्ताह उतार-चढ़ाव का दौर बना रहा, लेकिन कारोबारी रुझान कमजोर रहा. अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष द्वारा वैश्विक अर्थव्यवस्था के विकास दर अनुमान में कटौती का बाजार पर असर देखने को मिला. साथ ही, देश के चुनावी माहौल और चौथी तिमाही के नतीजों को लेकर भी निवेशक सतर्कता बरत रहे थे.
कारोबारी सप्ताह के आखिरी सत्र में हालांकि तेजी दर्ज की गई, लेकिन साप्ताहिक आधार पर प्रमुख संवेदी सूचकांकों में सात सप्ताह बाद गिरावट दर्ज की गई. बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पिछले सप्ताह के मुकाबले इस कारोबारी सप्ताह 95.12 अंकों यानी 0.24 फीसदी कमजोरी के साथ 38,767.11 पर बंद हुआ.
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नेशनल स्टॉक एक्सचेंज(एनएसई) का प्रमुख संवेदी सूचकांक पिछले सप्ताह के मुकाबले 22.50 अंकों यानी 0.19 फीसदी गिरावट के साथ 11,643.45 पर बंद हुआ. बीते सप्ताह के मुकाबले बीएसई मिड कैप सूचकांक 82.91 अंकों यानी 0.53 फीसदी गिरावट के साथ 15,426.45 पर बंद हुआ और स्मॉल कैप सूचकांक 23.69 अंकों यानी 0.16 फीसदी गिरावट के साथ 15,022.18 पर रहा.
सप्ताह के आरंभ में सोमवार को शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव के बाद सेंसेक्स 161.70 अंकों यानी 0.42 फीसदी गिरावट के साथ 38,700.53 पर बंद हुआ और निफ्टी 61.45 अंकों यानी 0.53 फीसदी कमजोरी के साथ 11,604.50 पर बंद हुआ.