मुंबई: सार्वजनिक क्षेत्र के यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने शुक्रवार को कोष की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (एमसीएलआर) में 0.10 प्रतिशत कटौती की घोषणा की. यह कमी विभिन्न समयावधि के कर्ज के लिए की गई है. नई दरें एक मार्च 2019 से प्रभावी हैं। बैंक ने एक साल तक के ऋण पर एमसीएलआर को 8.70 प्रतिशत से कम करके 8.60 प्रतिशत किया है.
बैंक ने बयान में कहा , "भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा हाल में घोषित उपायों से संकेत लेते हुए और अर्थव्यवस्था में वृद्धि का समर्थन करने के लिए हमने सभी परिपक्वता अवधि वाले ऋणों पर एमसीएलआर में 0.10 प्रतिशत की कटौती की है.
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बैंक ने नए छह महीने अवधि वाले ऋण का एमसीएलआर 8.50 प्रतिशत और दो साल की अवधि के कर्ज पर ब्याज दर 8.70 प्रतिशत रखी है. उसने मूल ब्याज दर को भी 9.10 प्रतिशत से घटाकर 9 प्रतिशत कर दिया है.
यूनियन बैंक ने एमसीएलआर में 0.10 प्रतिशत की कटौती की, सस्ता हो सकता है लोन - भारतीय रिजर्व बैंक
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने शुक्रवार को कोष की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (एमसीएलआर) में 0.10 प्रतिशत कटौती की घोषणा की.
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया
उल्लेखनीय है कि रिजर्व बैंक ने पांचवीं द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में प्रमुख नीतिगत दर (रेपो) को 0.25 प्रतिशत कम कर 6.25 प्रतिशत कर दिया. इसके बाद बैंकों ने अपने एमसीएलआर में कटौती करनी शुरू की है. यूनियन बैंक ने कहा कि मानस रंजन बिस्वाल ने बैंक के कार्यकारी निदेशक का पदभार ग्रहण कर लिया है.
(भाषा)
Last Updated : Mar 4, 2019, 5:12 PM IST