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स्वतंत्रता दिवस: प्रधानमंत्री ने दिया अर्थव्यवस्था का लेखा-जोखा, जानें मुख्य बातें

प्रधानमंत्री ने अपने करीब डेढ़ घंटे के लंबे भाषण में आत्मनिर्भर भारत को लेकर प्राकृतिक संसाधनों से लेकर, कृषि क्षेत्र, बुनियादी ढांचा क्षेत्र, डिजिटल भारत, कौशल भारत और स्थानीय उत्पादों को गौरवमय बनाने को लेकर अपने विचार व्यक्त किये.

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Published : Aug 15, 2020, 8:46 AM IST

Updated : Aug 15, 2020, 1:30 PM IST

स्वतंत्रता दिवस: प्रधानमंत्री ने दिया अर्थव्यवस्था का लेखा-जोखा, जानें मुख्य बातें
स्वतंत्रता दिवस: प्रधानमंत्री ने दिया अर्थव्यवस्था का लेखा-जोखा, जानें मुख्य बातें

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से देशवासियों को संबोधित करते हुए अर्थव्यवस्था का लेखा-जोखा दिया.

प्रधानमंत्री ने अपने करीब डेढ़ घंटे के लंबे भाषण में आत्मनिर्भर भारत को लेकर प्राकृतिक संसाधनों से लेकर, कृषि क्षेत्र, बुनियादी ढांचा क्षेत्र, डिजिटल भारत, कौशल भारत और स्थानीय उत्पादों को गौरवमय बनाने को लेकर अपने विचार व्यक्त किये. उन्होंने कहा कि भारत आज कृषि क्षेत्र में अन्न का निर्यात करने में सक्षम है.

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प्रधानमंत्री ने लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए कहा आखिर कब तक हमारे ही देश से गया कच्चा माल, तैयार उत्पाद बनकर भारत में लौटता रहेगा. उन्होंने कहा, एक समय था, जब हमारी कृषि व्यवस्था बहुत पिछड़ी हुई थी. तब सबसे बड़ी चिंता थी कि देशवासियों का पेट कैसे भरे. आज जब हम सिर्फ भारत ही नहीं, दुनिया के कई देशों का पेट भर सकते हैं.

उन्होंने कहा, "कोरोना काल में भी दुनिया की बड़ी बड़ी कंपनियां भारत की तरफ आकर्षित हुई हें. यह सब भारत में बदलाव से ही संभव हो सका है. देश में 110 लाख करोड़ रुपये की 7,000 परियोजनाओं की पहचान कर ली गई है. ढांचागत क्षेत्र की परियोजनाओं पर जितना ज्यादा काम होगा सभी को उसका लाभ मिलेगा."

मोदी ने कहा, "पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के समय देश के चार महानगरों को जोड़ने वाली स्वर्णिम चतुर्भुज सड़क परियोजना पर काम हुआ है. हमें उससे आगे जाना है. सड़क, बंदरगाह, रेल, हवाई यातायात सभी को आपस में जोड़ना है. मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी की तरफ बढ़ना है. पूरे ढांचागत क्षेत्र को नया आयाम देना है. समुद्री तट के हिस्से में सड़क निर्माण करना है."

जानें प्रधानमंत्री की मुख्य बातें:-

  • आत्मनिर्भर भारत का मतलब सिर्फ आयात कम करना ही नहीं, हमारी क्षमता, हमारी क्रिएटिविटी हमारी स्किल को बढ़ाना भी है.
  • दुनिया की कई बड़ी कंपनियां भारत का रुख कर रही हैं.
  • एन-95 मास्क, पीपीई किट, वेंटिलेटर ये सब अब भारत में भी बन रहे हैं.
  • देश में गरीबों के जनधन खातों में हजारों-लाखों करोड़ रुपए सीधे ट्रांसफर किए.
  • किसानों की भलाई के लिए एपीएमसी एक्ट में बड़े बदलाव किए.
  • वन नेशन-वन टैक्स, इंसॉल्वेंसी और बैंकरप्सी कोड, बैंकों का मर्जर किया गया.
  • भारत में एफडीआई ने अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. भारत में एफडीआई में 18 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है.
  • दुनिया की बहुत बड़ी-बड़ी कंपनियां भारत का रुख कर रही हैं.
  • मेक इन इंडिया के साथ-साथ मेक फॉर वर्ल्ड पर भी जोर देगा भारत.
  • भारत को आधुनिकता की तरफ तेज गति से ले जाने के लिए एनईपी पर देश 110 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च करेगा.
  • यह इंफ्रास्ट्रक्चर में एक नई क्रांति की तरह होगा.
  • 7 करोड़ गरीब परिवारों को मुफ्त गैस सिलेंडर दिए गए.
  • राशनकार्ड हो या न हो, 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को मुफ्त अन्न की व्यवस्था की गई.
  • बैंक खातों में करीब-करीब 90 हजार करोड़ रुपए सीधे ट्रांसफर किए गए.
  • बिना किसी लीकेज के गरीब के हाथ में सीधे पैसा पहुंचाया गया.
  • रोजगार देने के लिए गरीब कल्याण रोजगार अभियान भी शुरू किया गया.
  • वोकल फॉर लोकल, रि-स्किल और अप-स्किल का अभियान आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था का संचार करेगा.
  • देश के किसानों को आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर देने के लिए एक लाख करोड़ रुपए का एग्रीकल्चर इनफ्रास्ट्रक्चर फंड बनाया.
  • एक लाख से ज्यादा घरों को पानी के कनेक्शन से जोड़ा गया.
  • घर के लिए होम लोन की ईएमआई पर भुगतान अवधि के दौरान 6 लाख रुपए तक की छूट दिया.
  • हजारों अधूरे घरों को पूरा करने के लिए 25 हजार करोड़ रुपए के फंड की स्थापना की.
  • देश को एक नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति दी.
  • जुलाई में करीब-करीब 3 लाख करोड़ रुपए का ट्रांजेक्शन अकेले भीप यूपीआई से हुआ.
  • देश में नई राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा रणनीति का मसौदा तैयार कर लिया गया है.
  • अगले 1000 दिन में, लक्षद्वीप को भी सबमरीन ऑप्टिकल फाइबर केबल से जोड़ दिया जाएगा.
  • बीते पांच साल में देश में डेढ़ लाख ग्राम पंचायतों को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ा गया है. आने वाले एक हजार दिन में इस लक्ष्य को पूरा किया जाएगा.
  • देश के जो 40 करोड़ जनधन खाते खुले हैं, उसमें से लगभग 22 करोड़ खाते महिलाओं के हैं.
  • जब कोरोना शुरू हुआ था तब हमारे देश में कोरोना टेस्टिंग के लिए सिर्फ एक लैब थी. आज देश में 1,400 से ज्यादा लैब्स हैं.
  • आत्मनिर्भर भारत की एक अहम प्राथमिकता है - आत्मनिर्भर कृषि और आत्मनिर्भर किसान.
  • विकास के मामले में पीछे रह गए 110 से ज्यादा आकांक्षी जिलों को चुनकर वहां के लोगों को बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाएं और स्थानीय रोजगार देने का लक्ष्य
  • आने वाले दिनों में लद्दाख, अपनी पहचान एक कार्बन न्यूट्रल क्षेत्र के तौर पर बनाए, इस दिशा में भी तेजी से काम हो रहा है.
  • पिछले सवा महीने के भीतर ही एक लाख रेहड़ी पटरी वालों को रियायती दर पर ऋण मुहैया कराया गया.
  • जनऔषधि केंद्रों के माध्यम से ₹1 में सेनेटरी पैड देने का काम किया गया है.
  • भारत में कोरोना की तीन वैक्सीन्स इस समय टेस्टिंग के चरण में हैं. जैसे ही वैज्ञानिकों से हरी झंडी मिलेगी, देश की तैयारी उन वैक्सीन्स की बड़े पैमाने पर प्रोडक्शन की भी तैयारी है.
  • कोरोना वायरस एक बड़ी चुनौती हो सकता है लेकिन इतनी बड़ी नहीं हो सकता कि आत्मनिर्भरता की दिशा में भारत के कदमों को रोक दे.
  • आर्थिक वृद्धि और विकास पर ध्यान केंद्रित करें तो मानवता इस प्रक्रिया में केंद्रीय भूमिका में होनी चाहिए.
  • अंतरिक्ष क्षेत्र को खोलने जैसे कदमों से हमारे युवाओं के लिये रोजगार के अनेक नये अवसर सृजित होंगे.
  • आत्म-निर्भर भारत का मतलब केवल आयात में कमी लाना नहीं बल्कि हमारे कौशल, हमारी रचनात्मकता को बढ़ाना भी है.
  • टाइगर की आबादी तेज गति से बढ़ी है. अब देश में हमारे एशियाई शेरों के लिए एक प्रोजेक्ट लॉयन की भी शुरूआत होने जा रही है. वहीं डॉल्फिन के संरक्षण के लिए भी प्रोजेक्ट चलाने पर जोर दिया जाएगा.
Last Updated : Aug 15, 2020, 1:30 PM IST

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