हैदराबाद :कोरोना वायरस से फैली आर्थिक मंदी उपभोक्ता खर्च में गिरावट के कारण रही, जिसने आर्थिक सुधार में उपभोक्ताओं के महत्व को एक नए सिरे से स्थापित किया है. विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की हालिया रिपोर्ट में यह बात सामने आई है.
रिपोर्ट के अनुसार, कोविड-19 वैश्विक महामारी ने ग्रेट डिप्रेशन (1930 के दशक) और द्वितीय विश्व युद्ध (1939-45) के समान ही एक बड़े खपत संकट को जन्म दिया है.
साथ ही रिपोर्ट में जोड़ा गया कि अमेरिका और प्रमुख पश्चिमी यूरोपीय अर्थव्यवस्थाओं (फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन) में 2019 की चौथी तिमाही के मुकाबले 2020 की दूसरी तिमाही में उपभोक्ता खर्च क्रमश: 11 फीसदी और 26 फीसदी गिरा. चीन में 2020 की पहली तिमाही के दौरान उपभोक्ता खर्च 17 फीसदी गिरा.
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रिपोर्ट में कहा गया, 'अमेरिका में 1930 के महामंदी के बाद और यूरोप में द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से खपत में गिरावट अब तक की सबसे बड़ी है.'
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि लॉकडाउन और स्वास्थ्य भय ने सेवा क्षेत्र पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है.