विशाखापट्टनम: विशाखापत्तनम शहर से 14 किमी दूर स्थित एलजी पॉलीमर्स इंडिया लिमिटेड साउथ कोरिया की टॉप पेट्रोकेमिकल निर्माता कंपनी है.
पहले इसका मालिक हिंदुस्तान पॉलिमर था मगर कोरियरन कंपनी ने साल 1997 में इसे खरीद लिया था. फिर इसका नाम बदलकर एलजी पॉलिमर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (एलजीपीआई) कर दिया गया. इसका मुख्यालय मुंबई में है.
कंपनी की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, एलजी पॉलिमर पॉलिस्टीरिन प्रोडक्ट का निर्माण करती है. जो इलेक्ट्रिक फैन ब्लेड्स में काम आता है. साथ ही किचन से जुड़े कई वस्तुओं में इसका यूज होता है, जैसे कप, कटलरी आदि. इसके अलावा कॉस्मेटिक प्रोडक्ट के कंटेनर बनाने में भी पॉलिस्टीरिन का उपयोग होता है.
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कच्चा माल स्टाइरीन काफी ज्वलनशील होता है और जलने पर यह जहरीली गैस उत्पन्न करता है. एलजी केम ने एक बयान में कहा कि जब गैस उत्सर्जित होती है तो इसके रिसाव से मतली हो सकती है और चक्कर आ सकते हैं. अगर गैस के संपर्क में आए व्यक्ति का जल्द से जल्द इलाज नहीं किया गया, तो यह जानलेवा साबित होता है.
बता दें कि आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में स्थित इस पॉलिमर संयंत्र से गैस रिसाव के बाद एक बच्चे समेत कम से कम छह लोगों की मौत हो गई और 100 ज्यादा लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अधिकारियों के मुताबिक, गैस रिसाव ने संयंत्र के पांच किलोमीटर के दायरे में स्थित गांवों को प्रभावित किया है.
(आईएएनएस)