नई दिल्ली : तांबा आयात में हाल के समय हुई वृद्धि सरकार के लिए चिंता का विषय है. घरेलू तांबा उद्योग को प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए बेहतर पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करने की जरूरत है. नीति आयोग के सदस्य वी के सारस्वत ने यह राय दी है.
जानकारी के मुताबिक, तमिलनाडु में मई 2018 में स्टरलाइट कॉपर का तांबा संयंत्र बंद होने से पहले भारत तांबे का शुद्ध निर्यातक था. तांबे के मुद्दे पर इसी महीने सारस्वत की अगुवाई में एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई. बैठक में नीति आयोग के सदस्य ने कहा कि तांबा एक महत्वपूर्ण जिंस है. यह जरूरी हो जाता है कि घरेलू तांबा उद्योग को प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए बेहतर पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण किया जाए. इसके अलावा, उन्होंने तांबा कन्सन्ट्रेट पर ढाई प्रतिशत के सीमा शुल्क को समाप्त करने पर जोर दिया.
नीति आयोग ने 2019 में इसका सुझाव दिया था. बैठक के ब्योरे के अनुसार, 2018 के बाद भारत तांबे के शुद्ध निर्यातक से शुद्ध आयातक बन गया है. इस मुद्दे पर बैठक में गंभीरता से चर्चा हुई.
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