बिजनेस डेस्क, ईटीवी भारत :साल 2020 को एक वैश्विक महामारी के रूप में याद किया जाएगा, जिसने दुनिया भर की अर्थव्यवस्था और व्यवसायों को अभूतपूर्व तरीके से बाधित कर दिया. लेकिन इस आपदा का अपवाद बनते हुए अमेरिका स्थित बहुराष्ट्रीय कंपनी अमेजन डॉट कॉम ने इसे अवसर में बदला.
दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी, जो ओटीटी सेवाओं, क्लाउड सेवाओं, डिजिटल विज्ञापन, किराने का सामान, दवाओं आदि जैसे अन्य व्यवसायों की एक विस्तृत श्रृंखला में तेजी से बढ़ रही है, इस साल नई ऊंचाइयों को छू लिया. इसकी एक बड़ी वजह वैश्विक लॉकडाउन रहा, जिसने लोगों को सामानों से लेकर मनोरंजन तक सब कुछ ऑनलाइन मंगाने पर मजबूर किया.
रिकॉर्ड त्योहारी बिक्री से लेकर दुनिया के उच्चतम बाजार पूंजीकरण तक, कंपनी ने इस साल कई नए मील के पत्थर हासिल किए. आइए एक नजर डालते हैं कि कैसे अपने संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी जेफ बेजोस के नेतृत्व में अमेजन ने साल 2020 को अपने पक्ष में रखा.
बाजार मूल्य
बाजार मूल्य के हिसाब से अमेजन 2020 में दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक रही. 14 दिसंबर 2020 तक, अमेजन लगभग 1.6 ट्रिलियन डॉलर की मार्केट कैप के साथ दुनिया की चौथी सबसे मूल्यवान कंपनी रही. उससे पहले एप्पल, सउदी अरामको और माइक्रोसॉफ्ट थी.
पिछले एक साल में कंपनी के शेयर की कीमत 80 फीसदी बढ़कर 3,170 डॉलर प्रति शेयर हो गई है. दिलचस्प बात यह है कि अमेजन ने 15 मई 1997 को नैस्डेक पर अपनी प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) के दौरान 18 डॉलर प्रति शेयर की कीमत पर पेशकश की थी.
गणना से पता चलता है कि उस दिन कंपनी में 10,000 डॉलर का निवेश मई 2020 तक 12 मिलियन डॉलर से अधिक हो गया होगा. यह 1,20,000% से अधिक की वृद्धि है.
रिकॉर्ड कमाई
अगले साल जनवरी में अमेजन अपने दिसंबर तिमाही के नंबर जारी करेगा. लेकिन आधिकारिक तौर पर जारी संख्या के अनुसार, एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में सितंबर की तिमाही के दौरान अमेजन की शुद्ध आय लगभग तीन गुना, 196.7% बढ़कर 6.3 बिलियन डॉलर हो गई.
राजस्व, जिसे अमेजन कुल शुद्ध बिक्री कहता है, उसी अवधि में 37.4% प्रति वर्ष बढ़कर 96.1 बिलियन डॉलर हो गया.
तीसरी तिमाही में अमेजन का राजस्व 37% सालाना से बढ़कर 96.1 बिलियन डॉलर हो गया है. इस बीच, इसका ऑपरेटिंग प्रॉफिट 96% बढ़कर 6.2 बिलियन डॉलर हो गया.