नई दिल्ली :विभिन्न अंतरराष्ट्रीय बाजारों में महामारी की स्थिति में सुधार के बाद चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में देश से यात्री कारों और दोपहिया से लेकर सभी वाहनों के निर्यात में सुधार दर्ज हुआ.
वाहन विनिर्माताओं के संगठन सियाम के आंकड़ों के अनुसार, चालू वित्त वर्ष की पहली अप्रैल-जून की तिमाही में देश से कुल वाहन निर्यात बढ़कर 14,19,430 इकाई पर पहुंच गया. इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह आंकड़ा 4,36,500 इकाई का रहा था. उस समय देश में कोविड-19 महामारी की वजह से राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लागू था, जिससे वाहनों का निर्यात बुरी तरह प्रभावित हुआ था.
सियाम के महानिदेशक राजेश मेनन ने पीटीआई-भाषा से कहा कि जहां दोपहिया का निर्यात पिछले तीन साल की तुलना में बेहतर रहा है, वहीं यात्री वाहनों, तिपहिया और वाणिज्यिक वाहनों का निर्यात अभी 2018-19 की पहली तिमाही के आंकड़े तक नहीं पहुंच पाया है.
उन्होंने कहा, यदि हम 2021-22 के निर्यात के आंकड़ों की तुलना करें, तो दोपहिया का प्रदर्शन पिछले तीन साल की तुलना में अच्छा रहा है. हालांकि, यात्री वाहनों, तिपहिया और वाणिज्यिक वाहनों का निर्यात 2018-19 की पहली तिमाही से कम रहा है.
अप्रैल-जून की तिमाही में यात्री वाहनों का निर्यात 1,27,115 इकाई रहा. इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह आंकड़ा 43,619 इकाई रहा था.
इस दौरान यात्री कारों का निर्यात 79,376 इकाई, यूटिलिटी वाहनों का 47,151 इकाई तथा वैन का निर्यात 588 इकाई रहा.
यात्री वाहन खंड में मारुति सुजुकी ने 45,056 वाहनों का निर्यात किया. हुंदै मोटर का निर्यात 29,881 इकाई रहा.