नई दिल्ली:सरकार को देश की दूसरी सबसे बड़ी पेट्रोलियम कंपनी भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लि. (बीपीसीएल) की नियंत्रक हिस्सेदारी की बिक्री के लिए तीन शुरुआती बोलियां मिली हैं. पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बुधवार को यह जानकारी दी.
खनन से लेकर तेल क्षेत्र में कार्यरत वेदांता ने 18 नवंबर को इस बात की पुष्टि की है कि उसने बीपीसीएल में सरकार की 52.98 प्रतिशत हिस्सेदारी के अधिग्रहण के लिए रुचि पत्र (ईओआई) दिया है. बीपीसीएल के लिए बोली लगाने वाली दो अन्य कंपनियों में वैश्विक कोष हैं. इनमें से एक अपोलो ग्लोबल मैनेजमेंट है.
तीन पक्षों ने बोली प्रक्रिया के लिए ईओआई दिया
प्रधान ने स्वराज्य पत्रिका द्वारा 'आत्मनिर्भर भारत का मार्ग' पर बुधवार को वेबिनार को संबोधित करते हुए कहा कि दीपम ने हाल में बाजार को यह सूचना दी है. मुझे लगता है कि तीन पक्षों ने बोली प्रक्रिया के लिए ईओआई दिया है.
हालांकि, उन्होंने इसका और ब्योरा नहीं दिया.