नई दिल्ली :नए कृषि कानूनों के विरोध के बीच पंजाब में 1,500 से अधिक मोबाइल टावरों को क्षतिग्रस्त किया गया. जिससे कुछ क्षेत्रों में दूरसंचार सेवाएं प्रभावित हुई हैं.
किसानों का मानना है कि नए कृषि कानूनों से उद्योगपतियों मुकेश अंबानी और गौतम अडाणी को सबसे अधिक फायदा होगा, इसलिए उनका गुस्सा मुकेश अंबानी की कंपनी जियो के मोबाइल टावरों पर निकल रहा है. राज्य में कई हिस्सों में इन टावरों को बिजली की आपूर्ति रोक दी गई है और साथ ही केबल भी काट दी गई है.
मामले की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने कहा कि सोमवार तक 1,500 से अधिक मोबाइल टावरों को नुकसान पहुंचाया गया है.
हालांकि इन सबके बीच एक सवाल यह भी है कि क्या तोड़े गए मोबाइल टावर रिलायंस की संपत्ति हैं. वास्तव में इन मोबाइल टावरों से भले ही रिलायंस जियो को सेवा दी जाती हो, किंतु यह रिलायंस की खुद की संपत्ति नहीं है.
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने सितंबर 2020 में ही अपने संचार टावर उपक्रम के लिए कनाडा की कंपनी ब्रुकफील्ड इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ 25,215 करोड़ रुपये निवेश का करार किया था.