नई दिल्ली:नकली जीएसटी चालान के उपयोग के खिलाफ जारी राष्ट्रीय अभियान के तहत, कर अधिकारियों ने शुक्रवार को आठ और अपराधियों को गिरफ्तार किया. तीन सप्ताह के लंबे अभियान अब तक कुल 104 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. इसमें फर्जीवाड़े के कई मास्टरमाइंड, सरगना समेत महाराष्ट्र के विधायक का बेटा भी शामिल है.
जीएसटी अधिकारियों ने शुक्रवार को देशभर के 38 शहरों में छापे मारे, 65 नए मामले दर्ज किए और 114 फर्जी जीएसटी पंजीकरण संस्थाओं का भंडाफोड़ किया.
शुक्रवार को हुई इन 8 गिरफ्तारियों के साथ जीएसटी खुफिया महानिदेशालय (डीजीजीआई) के अधिकारियों ने अब तक 104 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. इसके साथ ही जीएसटी पंजीकरण वाले 3,479 संगीन मामलों में 1,161 केस दर्ज किए हैं.
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, जीएसटी धोखाधड़ी के खिलाफ राष्ट्रव्यापी अभियान के परिणामस्वरूप मुंबई के व्यवसायी सुनील रानाकर गुट्टे जैसे कुछ बड़े लोगों की गिरफ्तारी हुई है. सुनील हाइटेक के प्रबंध निदेशक और महाराष्ट्र के विधायक रत्नाकर गुट्टे के पुत्र हैं.
विधायक पुत्र को नहीं मिली जमानत
सुनील के पिता रत्नाकर गुट्टे एक चीनी व्यापारी हैं और महाराष्ट्र की गंगाखेड विधानसभा सीट से विधायक हैं. उनके भाई विजय गुट्टे ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के जीवन पर आधारित फिल्म द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर का निर्देशन किया.
अधिकारियों के अनुसार, सुनील गुट्टे, पर अपने व्यापार सहयोगी विजेंद्र रांका के साथ 520 करोड़ रुपये का जीएसटी धोखाधड़ी करने का आरोप है.
मुंबई कोर्ट में हाई ड्रामा
सूत्रों के अनुसार, सुनील गुट्टे ने जमानत हासिल करने के लिए कानूनी दिग्गजों को नियुक्त किया और मुंबई की दो अदालतों में विभाग के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ी.
गुट्टे ने एसीसीएम कोर्ट में अपना पहला जमानत आवेदन दायर किया लेकिन आश्चर्यजनक रूप से इस मामले के खारिज हुए बिना आवेदन वापस ले लिया. जबकि इस पर डीजीजीआई मुंबई के काउंसल ने पहले ही अपना काउंटर दायर कर दिया था.