नई दिल्ली: फिनटेक क्षेत्र की स्टार्ट अप शुभ लोन्स को भारतीय रिजर्व बैंक से गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) स्थापित करने के लिए लाइसेंस मिल गया है. कंपनी ने कहा कि उसे यह लाइसेंस अपनी मूल कंपनी डाटासाइन टेक्नोलॉजी की अनुषंगी एकाग्रता के जरिये मिला है.
शुभ लोन्स ने कहा कि उसने पहले ही ओमिदयार नेटवर्क इंडिया से 34 करोड़ रुपये का श्रृंखला ए 2 वित्त पोषण जुटाया है.
रिजर्व बैंक ने शुभ लोन्स को दिया एनबीएफसी का लाइसेंस
फिनटेक क्षेत्र की स्टार्ट अप शुभ लोन्स को भारतीय रिजर्व बैंक से गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) स्थापित करने के लिए लाइसेंस मिल गया है.
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शुभ लोन्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोनिष आनंद ने कहा, "रिजर्व बैंक द्वारा दिए गए नए लाइसेंस से हमारे ग्राहकों को काफी लाभ होगा. एनबीएफसी लाइसेंस के जरिये हम अभी तक वंचित रहे क्षेत्रों को कर्ज उपलब्ध करा सकेंगे. साथ ही भागीदारों के साथ सह ऋण दे सकेंगे."
क्या है एनबीएफसी
हमारे देश में कई ऐसे फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन हैं जो बैंक न होते हुए भी बैंक की तरह काम करते हैं. ये जमाराशियां लेते हैं और उधार भी देते हैं. ऐसे संस्थानों को गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) कहते हैं.