नई दिल्ली: 2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को देश के साथ-साथ दिल्ली में भी करारी हार का सामना करना पड़ा है. जिसके बाद दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने इस हार के कारण जानने के लिए एक समीक्षा कमेटी बनाई है.
कांग्रेस समीक्षा कमेटी को लेकर कई नेता नाराज कमेटी को 10 दिन के अंदर रिपोर्ट पेश करनी है कि आखिर उन्हें हार कैसे मिली और पार्टी की ओर से कहां कमी रह गई.
जानकारी के मुताबिक इस कमेटी की अध्यक्ष शीला दीक्षित हैं. कमेटी में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेता भी शामिल है. इस कमेटी में जिन नेताओं को शामिल किया गया है. उसको लेकर पार्टी के अन्य नेता नाखुश नजर आ रहे हैं.
हार की समीक्षा के लिए कमेटी
दिल्ली कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश लिलोठिया का कहना है कि यह कमेटी लगातार इस पर विचार विमर्श कर रही है. आगामी विधानसभा चुनाव में बेहतर काम करने के लिए भी प्लान कर रही है.
उन्होंने बताया कि मुझे इस बात की जानकारी नहीं है कि इस कमेटी में जो लोग शामिल किए गए हैं, उनका विरोध कौन कर रहे हैं. उन्होंने सीधे तौर पर इस बात की जानकारी ना होने की बात कही.
'पार्टी फिर कर रही चूक'
जिन नेताओं को इसमें शामिल नहीं किया गया है, उनका कहना है कि पार्टी उन लोगों पर विश्वास ज्यादा जता रही है जिनकी वजह से लोकसभा चुनाव में हार मिली है. ऐसे में जिन सदस्यों को शामिल किया गया है, उसमें बदलाव किए जाने चाहिए जिससे की समीक्षा बेहतर हो सके और आगामी विधानसभा चुनाव में बेहतर परिणाम लाया जा सके.
जारी है गुटबाजी
फिलहाल जिस तरह से कांग्रेस की समीक्षा कमेटी को लेकर विरोध चल रहा है वह कहीं ना कहीं यह दर्शाता है कि दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी में गुटबाजी जारी है.